बेंगलुरु में कांग्रेस ओबीसी सलाहकार परिषद की बैठक बिहार चुनाव से पहले ‘चुनावी हथकंडा’: भाजपा
धीरज पारुल
- 16 Jul 2025, 07:27 PM
- Updated: 07:27 PM
बेंगलुरु, 16 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने बुधवार को यहां आयोजित कांग्रेस की ओबीसी सलाहकार परिषद की बैठक को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘चुनावी हथकंडा’ करार दिया।
विजयेंद्र ने कांग्रेस को चुनौती दी कि वह पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे, ताकि अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित कर सके।
भाजपा नेता ने दावा किया कि यह बैठक पिछड़े वर्गों के उत्थान और विकास के बारे में नहीं है।
विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद लंबे समय तक देश और राज्य पर शासन किया और उसे इन समुदायों के पिछड़ेपन के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के ओबीसी परिषद ने कल एक बैठक की और यह आज भी जारी है। बैठक का एजेंडा ओबीसी, एससी/एसटी समुदायों के उत्थान या विकास के बारे में नहीं है, बल्कि एजेंडा यह है कि बिहार विधानसभा चुनाव कैसे जीता जाए। यही असली एजेंडा है।’’
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले 55-60 वर्षों से राज्य और देश, दोनों पर शासन किया है और यदि इन समुदायों के लिए विकास और सामाजिक न्याय नहीं है, तो इसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए?
उन्होंने कहा, ‘‘यह कांग्रेस पार्टी है-आप ही हैं, जिसने इस देश पर 55 साल से अधिक समय तक शासन किया। अब, जब बिहार चुनाव नजदीक हैं, तो एआईसीसी की ओबीसी समिति यहां कर्नाटक के बेंगलुरु में बैठक कर रही है, जिसका कोई महत्व नहीं है। इस बैठक का कोई औचित्य नहीं है। यह केवल एक राजनीतिक हथकंडा है। यह आगामी बिहार चुनावों के लिए एक चुनावी हथकंडा है।’’
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने विभिन्न राज्यों में ओबीसी और एससी/एसटी समुदायों के नेताओं को मुख्यमंत्री नियुक्त करने के अपनी पार्टी के रिकॉर्ड को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस और सिद्धरमैया भाषण देते हैं। मैं उन्हें चुनौती देता हूं। अगर कांग्रेस को ओबीसी या एससी/एसटी समुदायों की थोड़ी भी चिंता है, तो उन्हें मल्लिकार्जुन खरगे को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना चाहिए।’’
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘यह उनके लिए संभव नहीं है, क्योंकि गांधी परिवार इसे स्वीकार नहीं करेगा। न तो राहुल गांधी और न ही सोनिया गांधी इसे स्वीकार करेंगे।’’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर जातियों के बीच दरार पैदा करने और समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसे पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यकों-मुसलमानों की कोई चिंता नहीं है और वह इन समुदायों के लिए केवल ‘‘घड़याली आंसू’’ बहाती है।
विजयेंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एजेंडा अंतिम व्यक्ति तक समावेशी विकास पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि न तो मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को और न ही कांग्रेस पार्टी को भाजपा को ओबीसी और एससी/एसटी के उत्थान के बारे में उपदेश देने का नैतिक अधिकार है।
भाषा धीरज