चीन की कंपनियों के साथ डिक्सन के समझौतों की सरकार करेगी सघन पड़ताल
प्रेम प्रेम अजय
- 16 Jul 2025, 09:53 PM
- Updated: 09:53 PM
नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माता डिक्सन टेक्नोलॉजीज के चीन की दो कंपनियों के साथ हाल में किए गए समझौतों की सरकार सघन पड़ताल करेगी। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अनुबंध पर उत्पादों का विनिर्माण करने वाली कंपनी डिक्सन ने चीन की कंपनी चोंगकिंग यूहाई प्रेसिजन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड के अलावा कुन्शान क्यू टेक्नोलॉजी की भारतीय इकाई के साथ हाल में समझौते किए हैं।
ये समझौते मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे उपकरणों में इस्तेमाल होने वाले कलपुर्जों के निर्माण और बिक्री से संबंधित हैं।
एक अधिकारी ने इस संदर्भ में कहा, ‘‘जब इन कंपनियों का आवेदन ‘प्रेस नोट 3’ नियमों के तहत आएगा, तो उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।’’
सरकार ने कोविड महामारी के समय ‘प्रेस नोट 3’ नियम जारी किया था। इसके तहत, राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक हितों की रक्षा के लिए भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले देशों से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को नियंत्रित किया जाता है।
इस नियम के तहत निवेश प्रस्तावों की जांच एक अंतर-मंत्रालयी समिति करती है और फिर अपना मूल्यांकन पेश करती है।
चोंगकिंग यूहाई प्रेसिजन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के साथ डिक्सन लैपटॉप, मोबाइल फोन, वाहन, और अन्य उत्पादों के लिए कलपुर्जों के निर्माण एवं आपूर्ति के लिए एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने की योजना बना रही है।
इस संयुक्त उद्यम में डिक्सन की 74 प्रतिशत हिस्सेदारी होने की संभावना है जबकि बाकी हिस्सेदारी चोंगकिंग के पास होगी।
डिक्सन ने कुन्शान क्यू टेक माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (क्यू टेक इंडिया) में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने के लिए भी एक निर्णायक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके साथ डिक्सन मोबाइल फोन, आईओटी प्रणाली और वाहन अनुप्रयोगों के लिए कैमरा एवं फिंगरप्रिंट मॉड्यूल का निर्माण, बिक्री और वितरण करने की योजना बना रही है।
डिक्सन टेक्नोलॉजीज ने 22,919 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन-आधारित इलेक्ट्रॉनिक्स कलपुर्जा विनिर्माण योजना में अपनी भागीदारी की भी घोषणा की है।
भाषा प्रेम प्रेम