कांग्रेस ने कर्नाटक में पार्टी नेताओं को नेतृत्व के मुद्दे पर सार्वजनिक बयान नहीं देने की हिदायत दी
सुभाष पवनेश
- 21 Nov 2025, 05:43 PM
- Updated: 05:43 PM
नयी दिल्ली, 21 नवंबर (भाषा) कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी ने राज्य में अपने नेताओं और विधायकों को नेतृत्व के मुद्दे पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं देने की सख्त हिदायत दी है।
भाजपा पर कर्नाटक सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए, कांग्रेस महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार से चर्चा की है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि कुछ कांग्रेस नेताओं और विधायकों के अनावश्यक बयानों ने भी अटकलों को और बढ़ा दिया है। सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी ने उन्हें (नेताओं और विधायकों को) नेतृत्व के मुद्दे पर कोई भी सार्वजनिक बयान नहीं देने की हिदायत दी है और निहित स्वार्थ वाले तत्वों द्वारा प्रचारित एजेंडे में नहीं फंसने को कहा है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पार्टी के कई पदाधिकारियों की राय पर नेतृत्व ने गौर किया है।’’
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई और वे इस बात पर सहमत हुए कि पराजित और गुटबाजी से ग्रस्त भाजपा की कर्नाटक इकाई, मीडिया के एक वर्ग के साथ मिलकर, कर्नाटक और राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ जानबूझकर दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रही है।’’
सुरजेवाला ने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य कांग्रेस सरकार की शानदार उपलब्धियों और ‘‘पांच गारंटी’’ को कमजोर करना है, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि वे समावेशी विकास का एक उत्कृष्ट मॉडल बन गए हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे होने के साथ ही, राज्य में संभावित नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पार्टी के भीतर अटकलें लगाई जा रही हैं।
हालांकि, उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने कहा कि वह पार्टी के भीतर गुटबाजी में यकीन नहीं रखते और कांग्रेस के सभी 140 विधायक उनके अपने हैं और वह उनके साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी 140 विधायक मेरे विधायक हैं। गुट बनाना मेरे खून में नहीं है। मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल में फेरबदल का फैसला किया। हर कोई मंत्री बनना चाहता है, इसलिए उनका दिल्ली में पार्टी नेतृत्व से मिलना स्वाभाविक है। यह उनका अधिकार है। हम उन्हें रोक नहीं सकते और न ही मना कर सकते हैं।’’
शिवकुमार ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह 5 साल पूरे करेंगे। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। हम सभी उनके साथ काम करेंगे। मुख्यमंत्री और मैंने बार-बार कहा है कि हम हाईकमान का पालन करते हैं।’’
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