एअर इंडिया दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों में ‘उच्च मात्रा में’ विषाक्त पदार्थ मिले: रिपोर्ट
सिम्मी पारुल
- 03 Dec 2025, 11:50 PM
- Updated: 11:50 PM
(अदिति खन्ना)
लंदन, तीन दिसंबर (भाषा) लंदन जा रहे एअर इंडिया के विमान के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ब्रिटेन भेजे गए शवों को संभालते समय लंदन के शवगृह के कर्मचारी ‘‘खतरनाक रूप से उच्च’’ स्तर के विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आए थे। एक वरिष्ठ कोरोनर (न्यायिक अधिकारी) ने यह जानकारी दी।
अहमदाबाद में 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 787 विमान में सवार 53 ब्रिटिश नागरिकों की मौत संबंधी जांच का नेतृत्व कर रहीं प्रोफेसर फियोना विलकॉक्स ने मंगलवार को ‘भविष्य में मौतों की रोकथाम संबंधी रिपोर्ट’ जारी की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लंदन के वेस्टमिंस्टर सार्वजनिक शवगृह में लाए गए शवों में फॉर्मलिन की अत्यधिक मात्रा पाई गई। फॉर्मलिन अत्यधिक विषाक्त पदार्थ होता है, जो श्वसन तंत्र में गंभीर परेशानी पैदा कर सकता है।
डॉ. विलकॉक्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘‘अभी तक किसी भी मृत्यु-जांच (इनक्वेस्ट) की सुनवाई शुरू नहीं हुई है। यह रिपोर्ट मेरे उस दायित्व के आधार पर तैयार की गई है, जो विनियम 28 के तहत लागू होता है। इस दायित्व का इस्तेमाल किया गया, क्योंकि जिन मृत व्यक्तियों के शवों को ब्रिटेन वापस भेजा गया, उन्हें जिस तरीके से संरक्षित किया गया और लाया गया, उसने शवगृह में काम करने वाले सभी लोगों के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘फॉर्मलिन का स्तर अत्यंत खतरनाक पाया गया तथा शवगृह में कार्बन मोनोक्साइड और सायनाइड भी खतरनाक मात्रा में मिले। यह स्थिति तब सामने आई, जब ताबूत खोले गए और विदेश से लाए गए मृतकों के शवों की पट्टियां हटाई गईं।’’
डॉ. विलकॉक्स ने कहा, ‘‘शवगृहों में फॉर्मलिन से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य खतरों को लेकर पर्याप्त जागरूकता नहीं है। यह खतरा शवगृह का उपयोग करने वाले सभी लोगों के लिए होता है।’’
रिपोर्ट में एअर इंडिया के विमान के उड़ान भरने के मात्र 32 सेकंड बाद 600 फुट की ऊंचाई से गिरकर दुर्घटनाग्रस्त होने का जिक्र किया गया है। इस हादसे में विमान में सवार कुल 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी और जमीन पर मौजूद 19 लोगों की मौत हो गई थी।
रिपोर्ट में कोरोनर ने भविष्य में होने वाली मौतों को रोकने के लिए कार्रवाई करने का आह्वान किया है। उन्होंने ब्रिटेन के स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल तथा आवास, समुदाय और स्थानीय सरकार विभागों से 56 दिनों के भीतर जवाब देने की अपेक्षा की है।
ब्रिटिश सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस हादसे में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के साथ हमारी गहरी संवेदनाएं हैं।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह एक बेहद चौंकाने वाला मामला है। हम भविष्य में होने वाली मौतों की रोकथाम से जुड़ी सभी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हैं और उनसे सीखते हैं तथा हम औपचारिक रूप से प्रतिक्रिया देने से पहले इस पर पूरी तरह से विचार करेंगे।’’
भाषा सिम्मी