पंजाब के उन स्थानों की पहचान हुई जहां सीमा पार से ड्रोन भेजे जाते हैं : बीएसएफ एडीजी
राजकुमार धीरज
- 02 Dec 2025, 09:09 PM
- Updated: 09:09 PM
मोहाली, दो दिसंबर (भाषा) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पंजाब के उन स्थानों की पहचान कर ली है जहां पर ड्रोन के जरिये सीमा पार से हथियारों और नशीले पदार्थ भेजे जाते हैं। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बीएसएफ के अपर महानिदेशक (एडीजी-पश्चिमी कमान) सतीश एस खंडारे ने यहां संवाददाताओं को बताया कि बल पंजाब और जम्मू में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बड़े पैमाने पर ड्रोन रोधी प्रणाली तैनात कर रहा है ताकि ड्रोन घुसपैठ को रोका जा सके और सीमा पार से हथियारों एवं मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाई जा सके।
उन्होंने कहा कि बल जम्मू में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के प्रयासों को विफल करने के लिए एक सुरंग-रोधी प्रणाली भी स्थापित कर रहा है।
खंडारे ने कहा कि 2025 में, बीएसएफ की पश्चिमी कमान ने 380 किलोग्राम से अधिक हेरोइन और 200 से अधिक हथियार जब्त किए, 278 अवैध ड्रोन बरामद किए और 53 पाकिस्तानी घुसपैठियों एवं तस्करों को पकड़ा।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने अमृतसर में ड्रोन फोरेंसिक प्रयोगशाला स्थापित की है।
अधिकारी ने कहा,‘‘हम बरामद किए एक ड्रोन का फोरेंसिक विश्लेषण करते हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने कितनी उड़ानें भरीं, कहां से उड़ान भरी और क्या गिराया। इस आधार पर, हमने मुख्य रूप से पंजाब और राजस्थान में कुछ मुख्य स्थानों की पहचान की है।’’
अपर महानिदेशक ने कहा कि बीएसएफ दो तरीकों से इस पर अंकुश लगाता है, पहला ड्रोन रोधी प्रणाली स्थापित करके और दूसरा जवानों की तैनाती कर।
उन्होंने कहा, ‘‘बीएसएफ के जवान भी दुर्गम इलाकों में तैनात हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि ड्रोन से हथियारों और मादक पदार्थों की खेप दुर्गम इलाकों में ही गिराई जाएगी।’’
खंडारे ने कहा कि 2019 में पंजाब में पहली बार मादक पदार्थ की तस्करी के लिए ड्रोन के इस्तेमाल की जानकारी मिली थी और उसके बाद से छोटे आकार के ड्रोन और खेप भेजने की कोशिश हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ड्रोन और खेप का आकार छोटा हो गया है। अब सस्ते ड्रोन इस्तेमाल किए जा रहे हैं। पहले बड़े ड्रोन आते थे।’’
उन्होंने बताया कि अब एक ड्रोन लगभग 500 ग्राम हेरोइन या एक पिस्तौल ले जा सकता है।
खंडारे ने कहा, ‘‘फ्रीक्वेंसी हॉपिंग ड्रोन भी आ गए हैं और ड्रोन का पता लगाना मुश्किल हो गया है। जैसे ड्रोन तकनीक विकसित हो रही है, वैसे ही ड्रोन रोधी तकनीक भी विकसित हो रही है।’’
पंजाब में बाढ़ के कारण बाड़ के क्षतिग्रस्त होने और इसका लाभ उठाकर तस्करी की कोशिश को लेकर पूछे गए सवाल पर खंडारे ने कहा कि जलभराव के कारण सीमा तक जाना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सही है कि राष्ट्र-विरोधी तत्वों ने ऐसी कोशिशें कीं। बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने उस इलाके में एक अभियान चलाया और बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए।’’
अपर महानिदेशक ने कहा,‘‘लेकिन मैं आपकी बात से पूरी तरह सहमत हूं कि इस स्थिति में जब इतने छोटे-छोटे मार्ग हैं और हमारे पास कम जनशक्ति है, तब यह पूरी तरह संभव है कि राष्ट्र-विरोधी तत्वों ने उनका फायदा उठाया हो। लेकिन हम तत्काल अपनी स्थिति मजबूत कर लेते हैं।’’
भाषा
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