बिहार की हार से सबक नहीं लिया तो विपक्ष का सफाया हो जाएगा : राजग सांसद
प्रशांत दिलीप
- 01 Dec 2025, 08:53 PM
- Updated: 08:53 PM
नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) सत्तारूढ़ राजग सांसदों ने सोमवार को विपक्षी दलों पर एक सोची-समझी रणनीति के तहत एसआईआर को लेकर संसद की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाया और कहा कि अगर उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों से कोई सबक नहीं सीखा, तो आगामी चुनावों में भी उनका सफाया हो जाएगा।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए जद(यू) सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने बिहार चुनाव में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को सबसे बड़ा मुद्दा बनाया था, लेकिन लोगों ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को भारी जनादेश देकर स्पष्ट संदेश दिया कि यह कोई मुद्दा ही नहीं था।
जद(यू) के कार्यकारी अध्यक्ष ने संसद भवन परिसर में ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘अगर वे अब भी नहीं समझ पाए, तो आगामी चुनावों में भी उनका वही हश्र होगा, जो बिहार में हुआ।”
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को विपक्षी दलों के लगातार हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी दल एसआईआर पर चर्चा की मांग कर रहे थे।
विपक्षी सदस्यों ने विरोध स्वरूप राज्यसभा से बहिर्गमन किया, जबकि संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि सरकार एसआईआर या चुनाव सुधारों पर चर्चा कराने के खिलाफ नहीं है, लेकिन उन्होंने उनसे इसके लिए समयसीमा तय करने पर जोर न देने को कहा।
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने कहा, “पिछली बार (संसद का) पूरा सत्र उनकी वजह से बर्बाद हो गया था। नतीजतन, बिहार में लोगों ने उन्हें धूल चटा दी।”
उन्होंने संसद भवन परिसर में ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘जितना अधिक वे एसआईआर का मुद्दा उठाएंगे, उतना ही अधिक लोग उन्हें खारिज करेंगे।’’
भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा संसद में फिर से एसआईआर का मुद्दा उठाने से “ऐसा लगता है कि उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों से कोई सबक नहीं सीखा है”।
उन्होंने कहा, “उन्हें अध्ययन करना चाहिए, खासकर बिहार के नतीजों का, जो हमारे पक्ष में आए। उन्हें उससे सीख लेनी चाहिए।”
लोजपा (रामविलास) प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सदन की कार्यवाही बाधित करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की। उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि उन्हें बस हंगामा और नाटक करना है। वे कोई समाधान नहीं चाहते। मुझे लगता है कि हंगामा ही उनकी राजनीति चमकाने का एकमात्र जरिया बचा है।”
उन्होंने कहा, “पहले वे चुनावों में अपनी हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को दोषी ठहराते थे, और अब उन्होंने अपनी चुनावी हार के लिए एसआईआर को ‘नया बहाना’ बना लिया है।”
पासवान ने कहा, “जब तक विपक्ष आत्ममंथन नहीं करता और दूसरों पर दोष मढ़ना बंद नहीं करता, तब तक उन्हें नुकसान होता रहेगा।”
राजग ने 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में 202 सीट हासिल करते हुए चुनावों में भारी जीत दर्ज की, जबकि महागठबंधन को केवल 35 सीट ही मिलीं।
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