राज्यसभा में उठा एनसीआर में प्रदूषण का मुद्दा, केंद्र से प्रभावी कदम उठाने की मांग
अविनाश सुरेश
- 01 Dec 2025, 08:43 PM
- Updated: 08:43 PM
नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) राज्यसभा में सोमवार को अन्नाद्रमुक के एक सदस्य ने दिल्ली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गंभीर प्रदूषण का मुद्दा उठाया और इसे आपात स्थिति मानकर कदम उठाए जाने की सरकार से मांग की।
अन्नाद्रमुक सदस्य एम थंबीदुरै ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि हर साल जाड़े में प्रदूषण की गंभीर समस्या सामने आती है और इस बार भी स्थिति भिन्न नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के कारण लोग घरों से बाहर जाने से बचते हैं, वहीं बच्चों और बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी हो रही है, अस्पतालों में अधिक संख्या में ऐसे मरीज आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण की स्थिति असहनीय हो रही है और कई प्रयासों के बाद भी जमीनी स्थिति नहीं बदली है। उन्होंने सरकार से मांग की कि मौजूदा स्थिति को आपात स्थिति मानकर प्रभावी कदम उठाए जाएं।
भाजपा की संगीता यादव ने कुछ राज्यों में खांसी की दवाई पीने से बच्चों की मौत होने की हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए सरकार से मांग की कि हर दवा को बाजार में उतारने से पहले उसकी पूर्ण जांच को अनिवार्य किया जाए। उन्होंने मिलावट करने वाली या लापरवाही बरतने वाली दवा कंपनियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की भी मांग की।
बीजू जनता दल (बीजद) के सस्मित पात्रा ने ओडिशा को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि उनकी पार्टी दो दशक से यह मांग कर रही है। उन्होंने कहा कि उनके राज्य ने पिछले 100 साल में 99 से अधिक चक्रवातों का सामना किया है, जिनमें हजारों लोगों की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि ओडिशा चक्रवातों और प्राकृतिक आपदाओं का सामना करता रहता है और उसे राहत देने के लिए जरूरी है कि उसे कम से कम तीन साल के लिए विशेष दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि इससे राज्य को आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने में मदद मिलेगी और वह प्रभावी तरीके से स्थिति से निपट सकेगा।
पात्रा ने कहा कि भाजपा ने राज्य चुनाव में इस संबंध में वादा भी किया था, लेकिन उसने अब तक उसे पूरा नहीं किया।
मनोनीत सतनाम सिंह संधू ने पंजाब के युवाओं को मानव तस्करी गिरोह से बचाने की मांग की, वहीं भाजपा के बाबू भाई देसाई ने बच्चों में कैंसर के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जतायी और कहा कि ऐसे मामलों के लिए विशेष अस्पताल स्थापित किए जाएं।
भाजपा के भीम सिंह ने बच्चों से जुड़े खाद्य पदार्थों में तेल के अत्यधिक उपयोग पर चिंता जतायी और कहा कि इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
विशेष उल्लेख के जरिये वाईएसआर कांग्रेस सदस्य एस निरंजन रेड्डी ने ‘सिंगल स्क्रीन’ सिनेमाघरों से जुड़ा मुद्दा उठाया और कहा कि यह अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहा है। उन्होंने एक शोध का हवाला देते हुए कहा कि एक समय देश में 25,000 से अधिक ऐसे सिनेमाघर थे, जो अब घटकर 6,000 से भी कम रह गए हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बाद स्थिति और खराब हो गई है और लोगों की दिलचस्पी विभिन्न वजहों से ‘सिंगल स्क्रीन’ सिनेमाघरों में कम होती जा रही है, वहीं ‘ओटीटी’ की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि वह इस संबंध में प्रभावी कदम उठाए।
विशेष उल्लेख के जरिये ही भाजपा के बाबू भाई देसाई ने स्कूल के छात्रों को जीपीएस-आधारित पहचान पत्र दिए जाने की मांग की, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। वहीं भाजपा के ही भीम सिंह ने सरकार से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि अल्पसंख्यक शब्द को केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि राज्य और क्षेत्रीय जनसंख्या के अनुपात में भी परिभाषित किया जाए।
वाईएसआर कांग्रेस के सुभाष चंद्र बोस पिल्लई, भाजपा के सिकंदर कुमार, मेधा विश्राम कुलकर्णी सहित कई अन्य सदस्यों ने भी लोक महत्व से जुड़े अपने-अपने मुद्दे उठाए।
भाषा अविनाश