हिमाचल में ‘चिट्टा’ माफिया के लिए कोई जगह नहीं, नशा कारोबार की जानकारी देने पर मिलेगा इनाम: सुक्खू
प्रशांत दिलीप
- 01 Dec 2025, 07:47 PM
- Updated: 07:47 PM
शिमला/धर्मशाला, एक दिसंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश में ‘चिट्टा’ (मिलावटी हेरोइन) माफिया को कड़ी चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को कहा कि देवभूमि में नशा तस्करों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने बड़े नेटवर्कों का भंडाफोड़ करने में मदद करने वालों के लिए पुरस्कार की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को धर्मशाला के दाड़ी मैदान से पुलिस मैदान तक चिट्टा विरोधी जागरुकता वॉकथॉन का नेतृत्व किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “यह लड़ाई सिर्फ तस्करों के खिलाफ नहीं है, यह मादक पदार्थ माफिया के पूरे नेटवर्क और उनके साम्राज्य के खिलाफ है। जो कोई भी हमारे बच्चों को मादक पदार्थ बेचता हुआ पाया जाएगा, उसे जेल होगी।”
इस वॉकथॉन में मादक पदार्थ के खिलाफ नारे लगाए गए, जिसमें विद्यार्थी और नागरिक “नशा मुक्त हिमाचल” संदेश वाले प्लेकार्ड लिए हुए थे और राज्य से चिट्टा सहित सभी प्रकार के मादक पदार्थों के उन्मूलन की मांग कर रहे थे।
समाज के हर वर्ग से सहयोग की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि चिट्टा व्यापार के बारे में जानकारी देने और बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करने में मदद करने वालों को पांच लाख रुपये से अधिक का नकद इनाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपातकालीन नंबर 112 पर सूचना दी जा सकती है।
पुरस्कारों में दो ग्राम तक चिट्टा के लिए 10,000 रुपये, पांच ग्राम तक 25,000 रुपये, 25 ग्राम तक 50,000 रुपये, एक किलोग्राम तक 5 लाख रुपये और इससे अधिक मात्रा के लिए 10 लाख रुपये शामिल हैं।
राज्य विधि-विज्ञान प्रयोगशाला के पूर्व निदेशक अरुण शर्मा ने कहा कि मुख्यतः हेरोइन से तैयार होने वाला चिट्टा अर्ध-कृत्रिम ओपियॉइड है, जो नशे की लत लगाने वाला और खतरनाक होता है तथा इसकी अधिक मात्रा मृत्यु तक का कारण बन सकती है।
सुक्खू ने कहा कि मादक पदार्थ रोधी कार्यबल (एएनटीएफ), विशेष कार्य बल (एसटीएफ), पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय विभाग के अलावा हर नागरिक अब चिट्टे के खिलाफ एकजुट है।
उन्होंने कहा, “आज मैं यहां एक मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी निभाने वाले व्यक्ति के रूप में आया हूं। मैं आपके भविष्य की रक्षा के लिए एक ढाल के रूप में यहां खड़ा हूं।”
सुक्खू ने कहा कि युवाओं के भविष्य की सुरक्षा के लिए चिट्टे के खिलाफ लड़ाई अब मिशन मोड में पहुंच गई है।
चिट्टा माफिया को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, “मादक पदार्थ से कमाया गया एक-एक रुपया जब्त किया जाएगा। हमने 46 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है और हम तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक हिमाचल से चिट्टे का नामोनिशान मिट नहीं जाता।”
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