स्टार्क के कमाल के बावजूद स्टोक्स के पांच विकेट से पहले एशेज टेस्ट में इंग्लैंड की मजबूत वापसी
एपी आनन्द मोना
- 21 Nov 2025, 05:21 PM
- Updated: 05:21 PM
पर्थ, 21 नवंबर (एपी) एशेज टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार को यहां तेज गेंदबाजों के दबदबे के बीच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में महज 172 रन पर सिमटने के बाद कप्तान बेन स्टोक्स के पांच विकेट से इंग्लैंड ने मजबूत वापसी की।
पांच मैचों की श्रृंखला का पहला दिन उम्मीदों पर खरा उतरा, जहां पर्थ स्टेडियम में 51,000 से अधिक दर्शकों के सामने 72 ओवर के खेल में 19 विकेट गिरे। दिन का खेल खत्म होते समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर नौ विकेट पर 123 रन था और यह टीम पहली पारी में महज एक विकेट शेष रहते 49 रन पीछे है।
दिन का शुरुआती सत्र पूरी तरह से मिचेल स्टार्क के नाम रहा। उन्होंने नियमित कप्तान पैट कमिंस और दिग्गज जोश हेजलवुड की गैरमौजूदगी में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 58 रन देकर सात विकेट लिए, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे सत्र तक इंग्लैंड को ऑल आउट कर दिया।
जोफ़्रा आर्चर ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के पहले ही ओवर में विकेट लेकर दिखा दिया कि पांच तेज गेंदबाजों की मौजूदगी वाली इंग्लैंड की टीम भी इस मामले में कमजोर नहीं है। मैच में अभी चार दिन शेष और दोनों टीमों की पहली पारी लगभग खत्म हो चुकी है।
इंग्लैंड ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाने के बावजूद आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखते हुए 5.23 रन प्रति ओवर की दर से रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया के लिए रक्षात्मक रुख अपनाना भारी पड़ गया क्योंकि टीम उस तेजी से रन नहीं बना सकी लेकिन नियमित अंतराल पर विकेट गंवाते रही।
दोनों टीमों के बल्लेबाजों को तेजी से उठती शॉर्ट-पिच गेंदों का सामना करना पड़ा ऑस्ट्रेलिया की पारी के 24वें ओवर में कैमरून ग्रीन को मार्क वुड की 147 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली बाउंसर ने चोटिल किया जिससे उनका संतुलन बिगड़ गया और वे स्टंप पर गिरते-गिरते बचे।
इंग्लैंड का आक्रमण उस तरह की खतरनाक गेंदबाजी कर रहा था जैसा ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज आमतौर पर मेहमान टीमों के खिलाफ करते हैं।
इंग्लैंड ने पुछल्ले बल्लेबाजों ने पारी के आखिर में तेजी से विकेट गंवाये जिसका खामियाजा ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को भी उठाना पड़ा। ख्वाजा उस समय ड्रेसिंग रूम में मौजूद थे और चूंकि वह आठ मिनट से अधिक समय तक मैदान से बाहर रहे थे ऐसे में उन्हें ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत करने की अनुमति नहीं दी गई। उनकी जगह लेने के लिए मार्नस लाबुशेन को ऊपरी क्रम में आना पड़ा।
ख्वाजा को तीसरे नंबर पर भी बल्लेबाजी के नहीं आ पाये क्योंकि पदार्पण कर रहे जेक वेदरोल्ड (शून्य) को आर्चर ने पारी की दूसरी गेंद पर ही पगबाधा कर दिया। ऐसे में कमिंस की जगह टीम का नेतृत्व कर स्टीव स्मिथ को पहले ही ओवर में क्रीज पर उतरना पड़ा।
आर्चर ने वेदरोल्ड के बाद लाबुशेन (नौ) को भी चलता किया जिसके बाद ब्रायडन कार्स ने स्मिथ (17) और ख्वाजा (दो) के विकेट झटक कर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर 31 रन कर दिया।
ट्रेविस हेड (21) और ग्रीन (24) ने इसके बाद पांचवें विकेट के लिए 45 रन की साझेदारी की लेकिन स्टोक्स ने इस दोनों के साथ एलेक्स कैरी (26) और स्टार्क (12) को पवेलियन की राह दिखाने के बाद दिन के समापन से पहले स्कॉट बोलैंड (शून्य) को आउट कर अपने पांच विकेट पूरे किये।
इससे पहले टॉस गंवाने के बाद गेंदबाजी के लिए आये ऑस्ट्रेलिया को स्टार्क ने शानदार शुरुआत दिलाई। स्टार्क ने पहले ओवर में विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया का दबदबा बना दिया । उन्होंने छठी गेंद पर जैक क्रॉली को स्लिप में उस्मान ख्वाजा के हाथों लपकवाया ।
इस बायें हाथ के गेंदबाज ने अपने पहले पांच ओवर में तीन विकेट चटकाये । लंच तक स्कोर चार विकेट पर 105 रन था । इंग्लैंड ने लंच के बाद छह विकेट 67 रन के भीतर गंवा दिये ।
उन्होंने जैसी स्मिथ (33) और मार्क वुड (शून्य) को लगातार गेंदों पर विकेट लेकर इंग्लैंड की पारी को खत्म किया। दूसरी पारी में उनके पास ऐसे में हैट्रिक पूरा करने का मौका होगा।
इंग्लैंड के लिए ओली पोप (46) और हैरी ब्रुक (52) की चौथे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी काफी अहम साबित हुई। टीम ने इस दौरान ऑस्ट्रेलिया पर दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन ग्रीन ने पोप को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा तो वही पदार्पण कर रहे ब्रेंडन डोगेट (27 रन पर दो विकेट) ने ब्रूक को आउट किया। डोगेट टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले ऑस्ट्रेलिया के सिर्फ तीसरे मूल (देशज) खिलाड़ी है।
डोगेट और स्कॉट बोलैंड की मौजूदगी में यह पहली बार हुआ जब दो देशज खिलाड़ी एक साथ टेस्ट टीम में मौजूद है।
एपी आनन्द