नेपाल में 200 तेलुगु लोग फंसे, मंत्री लोकेश स्थिति पर नजर रख रहे हैं: आंध्र के मुख्यमंत्री
राखी नरेश
- 10 Sep 2025, 06:33 PM
- Updated: 06:33 PM
अनंतपुर (आंध्र प्रदेश), 10 सितंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को कहा कि दंगाग्रस्त नेपाल में करीब 200 तेलुगु लोग फंसे हुए हैं और मंत्री नारा लोकेश को हालात पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यहां ‘सुपर सिक्स सुपर हिट’ बैठक को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि जब तेलुगु लोग मुश्किल हालात में होते हैं तो राज्य सरकार का कर्तव्य है कि वह प्रतिक्रिया दे।
नायडू ने कहा, ‘‘नेपाल में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और करीब 200 तेलुगु लोग वहां फंसे हुए हैं। मैंने एचआरडी मंत्री नारा लोकेश को निर्देश दिया है कि वह हालात पर नजर रखें। यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने लोगों के साथ खड़े रहें और उनकी मदद करें।’’
आंध्र प्रदेश सरकार ने नयी दिल्ली स्थित आंध्र भवन में आपातकालीन प्रकोष्ठ स्थापित किया है ताकि नेपाल में फंसे तेलुगु भाषी नागरिकों की मदद की जा सके, जहां फिलहाल अशांति व्याप्त है।
आंध्र प्रदेश भवन के आयुक्त अर्जा श्रीकांत ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू और आंध्र भवन के अधिकारियों से हरसंभव मदद करने को कहा है।
श्रीकांत ने मंगलवार देर रात जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘नेपाल में व्याप्त अशांति को देखते हुए आंध्र प्रदेश सरकार ने नयी दिल्ली स्थित आंध्र प्रदेश भवन में आपातकालीन प्रकोष्ठ स्थापित किया है, ताकि नेपाल में फंसे तेलुगु लोगों को तत्काल मदद प्रदान की जा सके और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।’’
श्रीकांत के अनुसार, नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित भारतीय दूतावास ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है और बाफल इलाके में मौजूद करीब 30 तेलुगु लोगों को भोजन, आवास और चिकित्सीय सहायता मुहैया कराई जा रही है।
आयुक्त ने बताया कि आंध्र भवन में एक अधिकारी को आपातकालीन नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उन्होंने कहा कि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के नेतृत्व वाली सरकार लगातार विदेश मंत्रालय और काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में है, ताकि तेलुगु लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि काठमांडू के एक होटल में ठहरे कुछ तेलुगु परिवारों को पास के एक अतिथि गृह में भेजा गया, क्योंकि खबरें आई थीं कि उपद्रवी होटल के बाहर इकट्ठा हो गए और उन्होंने (उपद्रवियों) आगजनी की धमकी दी।
विज्ञप्ति के अनुसार, आपातकालीन प्रकोष्ठ चौबीस घंटे काम कर रहा है और दूतावास व स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ मिलकर नेपाल में फंसे तेलुगु लोगों की सहायता और सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है।
भाषा राखी