इंडिगो की सेवाओं में व्यवधान से हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी, सरकार ने दिए जांच के आदेश
निहारिका पाण्डेय
- 05 Dec 2025, 06:18 PM
- Updated: 06:18 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो के राष्ट्रीय राजधानी से प्रस्थान करने वाली सभी उड़ानों सहित करीब 500 उड़ानें रद्द करने से देश भर में हजारों यात्री कई घंटों तक फंसे रहे और हवाई यात्रा शुक्रवार को लगातार चौथे दिन भी पटरी से उतरी नजर आई।
इंडिगो के पायलटों के उड़ान-समय के लिए नए नियमों की योजना बनाने में विफल रहने के कारण यह संकट उत्पन्न हुआ।
लोगों का गुस्सा बढ़ने और विपक्षी दलों के सरकार को घेरने के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने हस्तक्षेप करते हुए इंडिगो के पायलटों के लिए रात्रि ड्यूटी के कड़े नियमों से अस्थायी छूट दे दी।
इंडिगो का संकट उन नए नियमों से खड़ा हुआ जिनके तहत पायलटों के साप्ताहिक आराम की जरूरत के समय को 12 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया गया। साथ ही सप्ताह में केवल दो बार रात में लैंडिंग की अनुमति दी गई है, जो पहले छह हुआ करती थी।
इंडिगो ने इन व्यवधानों के लिए ‘‘ गलत फैसलों और योजनागत कमियों ’’ को जिम्मेदार ठहराया है।
दिल्ली हवाई अड्डे ने घोषणा की कि शुक्रवार को इंडिगो की करीब 235 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। चेन्नई हवाई अड्डे ने भी प्रमुख महानगरीय गंतव्यों के लिए सभी उड़ानें शाम छह बजे तक रोक दी हैं।
हवाई अड्डा सूत्रों ने बताया कि इंडिगो ने मुंबई में 104, बेंगलुरु में 102 और हैदराबाद में 92 उड़ानें रद्द की गईं।
मामला राजनीतिक गलियारों तक पहुंचा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इंडिगो में परिचालन संबंधी व्यवधान को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि यह संकट इस सरकार के ‘‘ एकाधिकार मॉडल ’’ का परिणाम है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ इंडिगो का संकट इस सरकार के ‘एकाधिकार मॉडल’ का परिणाम है। उड़ानों में देरी व उनके रद्द होने से एक बार फिर इसकी कीमत आम भारतीयों को चुकानी पड़ रही है।"
उन्होंने दावा किया कि भारत हर क्षेत्र में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का हकदार है, ‘‘ मैच फिक्सिंग के एकाधिकार’’ का नहीं है।
यह मामला इतना बढ़ गया कि संसद तक भी पहुंच गया।
हवाई अड्डों पर तीन दिन से मची अफरा-तफरी के मद्देनजर नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने बयान में कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि अगले तीन दिन में सेवाएं पूरी तरह बहाल हो जाएंगी। विभिन्न परिचालनात्मक कदमों की शुरुआत के साथ कल (शनिवार) तक सेवाएं सामान्य हो जाने की उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ नए उड़ान शुल्क मानदंडों को स्थगित रखा जा रहा है और परिचालन को सामान्य बनाने के लिए अन्य परिचालनात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार ने इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान के कारणों का पता लगाने और जवाबदेही तय करने के लिए उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।’’
उड़ान ड्यूटी मानदंडों में ढील देते हुए डीजीसीए ने छुट्टियों के स्थान पर साप्ताहिक विश्राम अवधि की अनुमति दे दी।
विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय ने शुक्रवार को उड़ान ड्यूटी मानदंडों में ढील देते हुए पायलटों को छुट्टियों की जगह साप्ताहिक विश्राम अवधि लेने की अनुमति दे दी।
गंभीर परिचालन संकट से गुजर रही इंडिगो की उड़ानों के समय पर संचालन की दर बृहस्पतिवार को घटकर 8.5 प्रतिशत पर आ गई।
इंडिगो सामान्यतः प्रतिदिन करीब 2,300 घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है। अब वह मुख्य रूप से चालक दल की कमी से उत्पन्न हुए व्यवधानों के कारण बड़ी संख्या में अपनी उड़ानें रद्द कर रही है।
नागर विमानन मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो की उड़ानों के समय पर संचालन (ओटीपी) की दर बृहस्पतिवार को घटकर 8.5 प्रतिशत पर आ गई।
इंडिगो को समय पर सेवाएं देने के लिए पहचाना जाता रहा है। हालांकि मौजूदा व्यवधान के कारण इसकी उड़ानों के समय पर संचालन की दर बुधवार को घटकर 19.7 प्रतिशत पर आ गई थी जबकि मंगलवार को यह 35 प्रतिशत रही थी।
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों के समयबद्ध संचालन की दर ओटीपी बृहस्पतिवार को क्रमशः 61 प्रतिशत और 58.6 प्रतिशत रही। वहीं अकासा एयर की दर 63 प्रतिशत दर्ज की गई। स्पाइसजेट और सार्वजनिक क्षेत्र की एलायंस एयर के लिए यह क्रमशः 56.4 प्रतिशत और 56 प्रतिशत रही।
ओटीपी की गणना देश के छह प्रमुख हवाई अड्डों दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता पर विमान सेवाओं के समयबद्ध प्रदर्शन के आधार पर की जाती है।
इंडिगो के शेयर में भी शुक्रवार को गिरावट दर्ज की गई।
इस बीच, विमानन कंपनी ने कहा कि शुक्रवार को सबसे अधिक उड़ानें रद्द होने की आशंका है क्योंकि हवाई अड्डों पर भीड़ कम करने और परिचालन को आसान बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
इंडिगो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ परिचालन को आसान बनाने और हवाई अड्डों पर भीड़ कम करने के लिए थोड़े समय के लिए अधिक संख्या में उड़ानें रद्द की जा रही हैं। कल से हम बेहतर ढंग से शुरुआत करेंगे।''
व्यवधान के लिए गहरा खेद जताते हुए इंडिगो ने कहा कि समस्या रातोंरात हल नहीं हो सकती।
विमानन कंपनी ने कहा, ‘‘ आज सबसे अधिक उड़ाने रद्द हो सकती हैं क्योंकि हम कल से शुरू होने वाले प्रगतिशील सुधार के वास्ते अपनी प्रणाली एवं कार्य सारणी को बहाल करने के लिए आवश्यक सभी कार्य कर रहे हैं।’’
भाषा निहारिका