राजस्थान की प्रगति यात्रा में प्रवासी राजस्थानी सक्रिय भागीदार: मुख्यमंत्री शर्मा
पृथ्वी नोमान
- 04 Dec 2025, 09:25 PM
- Updated: 09:25 PM
जयपुर, चार दिसंबर (भाषा) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि राजस्थान आज विकास की नई ऊंचाईयां छू रहा है और राज्य सरकार की मंशा है कि राज्य की उन्नति की इस यात्रा में प्रवासी राजस्थानियों की सक्रिय भागीदारी हो।
उन्होंने कहा कि इसी के अनुरूप राज्य सरकार आगामी 10 दिसम्बर को प्रवासी राजस्थानी दिवस का आयोजन करने जा रही है, जिसके लिए हर क्षेत्र से भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
शर्मा मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न राज्यों में पदस्थापित राजस्थानी मूल के अखिल भारतीय एवं विभिन्न केन्द्रीय सेवा अधिकारियों के साथ प्रवासी राजस्थानी दिवस के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।
शर्मा ने इन अधिकारियों को प्रवासी राजस्थानी दिवस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा कि राजस्थान को निवेश का हब बनाने में इनकी अहम भूमिका है। इन अधिकारियों के अनुभव, सुझाव और संपर्क राज्य की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, शर्मा ने कहा “क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है। राज्य में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन, ऊर्जा, पानी, बिजली, उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में राज्य सरकार निरन्तर काम कर रही है।”
उन्होंने कहा कि गत वर्ष राज्य सरकार द्वारा ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ का आयोजन किया गया था और इस समिट में 35 लाख करोड़ रूपये के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिनमें से सात लाख करोड़ रूपये के विभिन्न कार्यों की 'ग्राउण्ड ब्रेकिंग' की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न राज्यों में पदस्थापित राजस्थानी मूल के अधिकारियों का अपनी कर्मभूमि के साथ ही जन्मभूमि से भी भावनात्मक जुड़ाव रहता है और इन अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में विभिन्न नवाचार किए हैं।
उन्होंने कहा कि ये अधिकारी राज्य सरकार और प्रवासी राजस्थानियों के बीच मजबूत सेतु हैं।
शर्मा ने इन अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि वे प्रवासी राजस्थानी, उद्यमियों और निवेशकों को राजस्थान में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही, अधिकारी इस आयोजन में शामिल होकर अपने अमूल्य सुझाव भी दें।
शर्मा ने कहा, “प्रवासी राजस्थानियों ने मेहनत और उद्यमशीलता से विश्वपटल पर अपनी पहचान बनाई है और देश-विदेश में राजस्थान का मान-सम्मान बढ़ाया है। हमारी सरकार प्रवासी राजस्थानियों को मातृभूमि से जोड़ने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है। इनके हितों और उनसे जुड़े कार्यों को प्राथमिकता देने के लिए एक विशेष प्रवासी राजस्थानी विभाग का गठन किया गया है।”
बैठक में मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।
भाषा पृथ्वी