रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करती है : राष्ट्रपति मुर्मू
रवि कांत प्रशांत
- 03 Dec 2025, 09:06 PM
- Updated: 09:06 PM
(कुणाल दत्त)
(फोटो के साथ)
तिरुवनंतपुरम, तीन दिसंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करती है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नौसेना स्वदेशी प्रौद्योगिकी का विकास जारी रखेगी और भारत को 'विकसित भारत' बनाने की दिशा में आगे ले जाएगी।
मुर्मू ने नौसेना की समुद्री शक्ति और युद्ध क्षमताओं के संचालनात्मक प्रदर्शन के एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने भारत की समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने में नौसेना की युद्ध क्षमताओं और व्यावसायिकता की भी सराहना की।
भारतीय नौसेना ने केरल के तट पर शंगुमुघम समुद्र तट पर एक परिचालन प्रदर्शन के साथ अपनी समुद्री शक्ति और बहु-क्षेत्रीय युद्ध क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
राष्ट्रपति मुर्मू नौसेना दिवस समारोह के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।
नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत, एक पनडुब्बी, चार तीव्र हस्तक्षेप नौकाएं और 32 विमान - लड़ाकू जेट, निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर - सहित 19 प्रमुख युद्धपोत इस शो का हिस्सा रहे।
भारत ने अपने कुछ अत्याधुनिक नौसैनिक प्लेटफॉर्म प्रदर्शित किए, जिनमें स्वदेशी अग्रिमपंक्ति के फ्रिगेट आईएनएस उदयगिरि और कुछ प्रमुख विमान शामिल थे।
मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भरता राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करती है।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास है कि भारतीय नौसेना स्वदेशी प्रौद्योगिकी का विकास जारी रखेगी और भारत को विकसित भारत बनाने की यात्रा में योगदान देगी।’’
उन्होंने नौसेना बल और सभी हितधारकों से समुद्र की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया।
मुर्मू ने कहा, ‘‘हमें मिलकर अपने समुद्रों की रक्षा करने, जहाज निर्माताओं को सशक्त बनाने, नाविकों का समर्थन करने और उस समुद्री भावना को पोषित करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करनी चाहिए, जो सदैव हमारी महान सभ्यता को परिभाषित करती रही है। ’’
इससे पहले, केरल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी की मौजूदगी में मुर्मू का हवाई अड्डे पर स्वागत किया।
राष्ट्रपति को हवाई अड्डे के तकनीकी क्षेत्र में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और प्रमुख विध्वंसक आईएनएस कोलकाता द्वारा औपचारिक रूप से तोपों की सलामी दी गई।
भाषा रवि कांत