दिल्ली विश्वविद्यालय के दो कॉलेजों को भेजे गए बम की धमकी भरे ई-मेल फर्जी निकले
जितेंद्र रंजन
- 03 Dec 2025, 08:39 PM
- Updated: 08:39 PM
नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय के दो कॉलेजों को बुधवार को बम की धमकी भरी ई-मेल मिलने के बाद बड़े पैमाने पर सुरक्षा जांच की गई और विद्यार्थियों को परिसर से बाहर निकाला गया, हालांकि बाद में बम की धमकी अफवाह निकली। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरी हिस्से में स्थित रामजस कॉलेज और दक्षिण में स्थित देशबंधु कॉलेज को परिसर में बम रखे होने की धमकियां मिलीं, जिसके बाद दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता, श्वान दस्ता और अन्य एजेंसियों को तुरंत तैनात किया गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने दोनों परिसरों की घेराबंदी कर दी और जांच कई घंटों तक जारी रही।
उन्होंने बताया कि कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
अधिकारियों ने बताया कि धमकी भरे ई-मेल इस विषय पंक्ति के साथ भेजे गए थे, “देशबंधु और रामजस कॉलेज में दोपहर सवा एक बजे विस्फोट करने के लिए तीन आरडीएक्स आईईडी रखे गए हैं।”
ई-मेल भेजने वाले ने दावा किया, “कोयंबटूर में सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने वाले पाकिस्तानी आईएसआई सेल की मिलीभगत से आज (बुधवार को) दिल्ली के दो कॉलेजों में विस्फोट करने की साजिश रची गई थी। कृपया दोपहर तक सभी विद्यार्थियों व कर्मचारियों को बाहर निकाल लें और सुरक्षित रहें।”
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजा बंठिया ने कहा, “रामजस कॉलेज के प्राचार्य ने अधिकारियों को सूचित किया कि धमकी भरा ई-मेल मंगलवार देर रात एक बजकर 59 मिनट पर मिला था। दिल्ली पुलिस और बम निरोधक दस्ता परिसर पहुंच गए और जांच शुरू कर दी। सभी इमारतों, कमरों और खुले क्षेत्रों की गहन तलाशी ली गई।”
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि देशबंधु कॉलेज ने भी उन्हें लगभग उसी समय प्राप्त ई-मेल के बारे में सूचित किया था।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि कॉलेजों द्वारा पुलिस से संपर्क करने के तुरंत बाद एहतियात के तौर पर विद्यार्थियों और कर्मचारियों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया।
परिसरों में प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया गया था। पुलिस ने बताया कि कई टीमें उस आईपी एड्रेस का पता लगा रही हैं, जिससे ईमेल भेजा गया था।
अधिकारी ने बताया, “हमने ईमेल भेजने वाले का पता लगाने और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें बनाई हैं।”
इस धमकी भरे ईमेल से विद्यार्थियों में दहशत फैल गई।
देशबंधु कॉलेज की छात्रा सपना ने कहा, “जब मैं कॉलेज पहुंची, तो गेट बंद हो चुके थे और कई छात्र बाहर खड़े थे। हमें गार्ड और लोगों से पता चला कि बम से जुड़ी कोई समस्या है। हमें बाहर इंतजार करने को कहा गया। जो लोग कॉलेज में घुसने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें रोक दिया गया और जो अंदर थे उन्हें भी बाहर भेज दिया गया।”
इस ईमेल के कारण कॉलेज में निर्धारित ‘प्रैक्टिकल’ परीक्षाएं बाधित हुईं। कॉलेज में बीएससी कंप्यूटर साइंस के द्वितीय वर्ष के छात्र केशव ने कहा, “हम अभी कॉलेज पहुंचे ही थे कि हमने देखा कि वहां बहुत हंगामा हो गया। किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया गया और जो छात्र पहले से अंदर थे उन्हें भी बाहर भेज दिया गया।”
उन्होंने कहा, “हमें बाद में पता चला कि यह बम की धमकी से जुड़ा मामला था। हममें से कई लोगों की ‘प्रैक्टिकल’ परीक्षाएं निर्धारित थीं। इस स्थिति ने वास्तव में सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया।”
एक अन्य छात्र शिवम चंद्रा ने बताया कि जब तलाशी शुरू हुई, तब वह परिसर के अंदर था।
चंद्रा ने कहा, “हम अपनी ‘प्रैक्टिकल’ परीक्षाएं देने के लिए परिसर के अंदर थे, तभी हमें अचानक बाहर से बहुत शोर सुनाई दिया। मैं उस दौरान कैंटीन में था। लगभग 10 मिनट बाद, सुरक्षाकर्मियों का एक समूह सीटी बजाते हुए अंदर आया और हमें बताया कि बम की धमकी मिली है और हमें परिसर छोड़ना होगा।”
भाषा जितेंद्र