बंगाल लीड ममता केंद्र के बकाया राशि रोकने के बावजूद विकास पथ से कभी विचलित नहीं हुए : ममता
आशीष पवनेश
- 02 Dec 2025, 10:29 PM
- Updated: 10:29 PM
कोलकाता, दो दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया कि केंद्र द्वारा ग्रामीण प्रगति से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं में राज्य की बकाया राशि रोके रखने के बावजूद राज्य कभी अपने विकास पथ से विचलित नहीं हुआ।
उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के 14 साल के शासन के दौरान राज्य में दो करोड़ से अधिक नौकरियां सृजित हुईं तथा भविष्य में एक करोड़ अतिरिक्त नौकरियां पैदा होंगी।
वर्ष 2011 से सत्ता में कायम अपनी सरकार के प्रदर्शन का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल "केंद्र द्वारा धन रोके जाने से पहले" मनरेगा, ग्रामीण आवास, ग्रामीण सड़क निर्माण में लगातार चार बार देश में शीर्ष पर रहा।
उन्होंने कहा, "इसके बावजूद, हमने अपने संसाधनों का इस्तेमाल करके उन परियोजनाओं को जारी रखने के लिए अपनी योजनाएं शुरू कीं। अब, चुनाव का समय नजदीक आ गया है, केंद्र हमारा बकाया कब चुकाएगा?"
राज्य में 2026 में चुनाव होने हैं।
बिहार में नवनिर्वाचित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा, "बिहार में, उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं के बीच 10,000 रुपये बांटे और चुनाव खत्म होने के बाद बुलडोजर चला दिए। हमारे राज्य में पिछले पांच वर्षों में महिलाओं को लक्ष्मी भंडार योजना के तहत 60,000 रुपये मिले हैं।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 2.2 करोड़ से अधिक महिलाएं वर्तमान में ‘लक्ष्मी भंडार’ योजना से सहायता प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खाद्य सुरक्षा योजना ‘खाद्य साथी’ पर एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं, जिसके अंतर्गत नौ करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सात करोड़ लोगों के लिए ‘दुआरे राशन’ (सब्सिडी वाले अनाज की घर तक आपूर्ति) पर 1,717 करोड़ रुपये खर्च किए।
उन्होंने कहा कि 2013-23 में गरीबी उन्मूलन पहल के कारण अनुमानतः 1.72 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा के दायरे से निकाला गया।
उन्होंने मीडिया के एक वर्ग का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा, "मेरी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़कर पेश न करें। मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर मीम्स न बनाएं। मैं चाहती हूं कि आप संदेश को उचित ढंग से संप्रेषित करें। अगर आप मेरे द्वारा उद्धृत आंकड़ों को अलग तरह से पेश करेंगे तो हमें पता चल जाएगा। मुझे पता है कि दिल्ली में कुछ ताकतें दुष्प्रचार कर रही हैं।"
बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 14 वर्षों में स्वास्थ्य क्षेत्र में बजटीय आवंटन छह गुना बढ़ाया है।
बनर्जी ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल अब शेष भारत के लिए विभिन्न क्षेत्रों में, विशेष रूप से ग्रामीण विकास और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) क्षेत्र में एक आदर्श है। उन्होंने कहा कि विदेशी पर्यटकों के पसंदीदा गंतव्य स्थल के रूप में राज्य वर्तमान में देश में दूसरे स्थान पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवचा पंचमी कोल ब्लॉक और कॉरिडोर से एक करोड़ लोगों को रोज़गार मिलेगा, जबकि बंगाल सिलिकॉन वैली की स्थापना पर 35,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जहां पहले से ही 2 लाख से ज़्यादा लोग काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "93 लाख एमएसएमई इकाइयां लगभग 1.3 करोड़ लोगों को रोज़गार देती हैं।" उन्होंने कहा कि राज्य में रियल एस्टेट में 45,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।
मुख्यमंत्री ने गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीसीयू) से सुसज्जित 211 मेडिकल वैन शुरू करने की घोषणा की, जिस पर 130 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य विभाग की 'स्वास्थ्य बंधु' योजना के अंतर्गत है।
उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा मंजूरी रोके जाने के बावजूद, राज्य की 'बांग्लार बाड़ी' योजना के तहत ग्रामीण आवास परियोजनाओं के लिए 67,69,000 आवास इकाइयों का निर्माण पहले ही हो चुका है और लगभग एक करोड़ मकानों का निर्माण समय-सीमा में किया जाना है।
भाषा आशीष