ओडिशा: बीजद नेता ने ‘अपमानजनक टिप्पणियों’ के लिए मुख्यमंत्री माझी के खिलाफ दो शिकायत दर्ज कराईं
पारुल सिम्मी
- 03 Dec 2025, 12:25 AM
- Updated: 12:25 AM
भुवनेश्वर, दो दिसंबर (भाषा) बीजू जनता दल (बीजद) के वरिष्ठ नेता मनमथ राउत्रे ने कथित अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के खिलाफ मंगलवार को पुलिस में दो शिकायत दर्ज कराईं।
राउत्रे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री माझी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करने के आरोप में खुद मुकदमों का सामना कर रहे हैं।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया कि बीजद नेता ने यह कदम इस डर से उठाया है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के लिए उन्हें जेल जाना पड़ सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भुवनेश्वर से किस्मत आजमाने वाले राउत्रे ने दोनों शिकायत कैपिटल पुलिस थाने में दर्ज कराईं।
पुलिस ने शिकायत मिलने की पुष्टि की, लेकिन कहा कि माझी के खिलाफ अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, राउत्रे की पहली शिकायत फरवरी 2025 में माझी की ओर से दिए गए बयान से जुड़ी हुई है, जबकि दूसरी शिकायत हाल में हुए नुआपाड़ा उपचुनाव के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा कथित तौर पर की गई टिप्पणियों से संबंधित है।
अधिकारियों ने बताया कि पहली शिकायत में राउत्रे ने मुख्यमंत्री पर आदिवासी महिलाओं के बारे में “नस्ली रूप से अपमानजनक” टिप्पणी करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है, “मुख्यमंत्री ने कहा कि क्योंझर में उनके अपने समुदाय की लड़कियों का रंग सांवला था और इसलिए उन्हें गोरी लड़की से शादी करने के लिए मयूरभंज में दुल्हन ढूंढनी पड़ी। यह बयान त्वचा के रंग के आधार पर स्पष्ट रूप से भेदभाव करता है और बेहद आपत्तिजनक है।”
राउत्रे ने दावा किया कि संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति की ऐसी टिप्पणी नस्ली भेदभाव के समान है।
उन्होंने माझी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, “खुद एक वंचित समुदाय से आने के बावजूद, लड़कियों की त्वचा के रंग के बारे में माझी की सार्वजनिक टिप्पणी हानिकारक रूढ़िवादिता को बढ़ावा देती है।”
बीजद नेता ने अपनी दूसरी शिकायत में मुख्यमंत्री पर नुआपाड़ा उपचुनाव के प्रचार के दौरान एक सार्वजनिक सभा में “अश्लील शब्द” का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने दावा किया है, “किसी भी संदर्भ में सार्वजनिक स्थान पर इस शब्द का इस्तेमाल एक आपराधिक कृत्य है। इस भाषण को रिकॉर्ड किया गया और सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया। यह जानबूझकर किया गया कृत्य था और इससे जुड़े वीडियो को एक ऐसे समुदाय को नीचा दिखाने के लिए प्रसारित किया गया, जिसने हमारे देश की विरासत में योगदान दिया है।”
राउत्रे ने आरोप लगाया कि माझी की टिप्पणी ने तमिलनाडु के प्राचीन पांड्य राजवंश का अपमान किया है। उन्होंने पुलिस से उचित कानूनी कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने इन शिकायतों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
हालांकि, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज महापात्रा ने एक वीडियो संदेश में कहा, “राउत्रे पूरी तरह से हताश हैं और उन्हें प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर जेल जाने का डर है। हमारे सूत्रों का कहना है कि बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने उन्हें (राउत्रे को) ऐसी टिप्पणियां करने के खिलाफ आगाह किया है।”
महापात्रा ने कहा, “मुख्यमंत्री माझी अपनी बात पर अड़े हुए हैं। राउत्रे उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।”
भाषा पारुल