हमारा नारा 'वोट चोर, गद्दी छोड़' पूरे देश में प्रभावी सिद्ध हुआ : राहुल गांधी
सं अभिनव जफर सलीम नोमान
- 10 Sep 2025, 07:56 PM
- Updated: 07:56 PM
(तस्वीरों के साथ)
रायबरेली/ लखनऊ, 10 सितंबर (भाषा) कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि 'वोट चोर, गद्दी छोड़' का नारा पूरे देश में प्रभावी सिद्ध हुआ है और पार्टी इसे ''और भी प्रभावशाली तरीकों से'' स्थापित करेगी।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे हैं। इससे पहले वह दिन में लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा पहुंचे, जहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया।
एक कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने से पहले पत्रकारों से बातचीत में गांधी ने कहा, ''मुख्य नारा 'वोट चोर, गद्दी छोड़' है और यह पूरे देश में प्रभावी सिद्ध हुआ है। आने वाले समय में हम इसे बार-बार और भी प्रभावशाली तरीकों से साबित करेंगे।''
देदौली में हरचंदपुर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, गांधी ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में कथित "वोट चोरी" की घटनाओं का ज़िक्र किया।
हालांकि मीडिया को कार्यक्रम में जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन 'पीटीआई-भाषा' को पता चला है कि कांग्रेस नेता ने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक विधानसभा चुनावों में वोट चोरी के "स्पष्ट" सबूत मौजूद हैं।
एक सूत्र ने गांधी के हवाले से कहा, "महाराष्ट्र में हमारी पार्टी और हमारा गठबंधन लोकसभा में जीता, और चार महीने बाद विधानसभा में हमारा सफाया हो गया। जब हमने जांच की, तो पता चला कि लोकसभा चुनावों के बाद लगभग एक करोड़ नए मतदाता चुनाव प्रणाली में शामिल हुए थे। हमारे और हमारे सहयोगियों के वोट वही रहे, लेकिन सभी नए वोट भाजपा को मिले।"
सूत्र के अनुसार, गांधी ने कहा कि कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना को मिले वोटों में कोई बदलाव नहीं आया, लेकिन भाजपा के मतों में "भारी उछाल" आया, क्योंकि हर नया मतदाता उसके पक्ष में गया।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले की जांच करने और यह बताने को कहा है कि चार महीनों में एक करोड़ नए मतदाता कैसे जुड़े।
कांग्रेस नेता के हवाले से एक सूत्र ने कहा, “आयोग ने इनकार कर दिया, कहा कि वे हमें सूची नहीं देंगे और न ही कोई वीडियो उपलब्ध कराएंगे।”
गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में भी इसी प्रकार की अनियमितताएं सामने आईं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु मध्य लोकसभा क्षेत्र के एक विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की जांच की, जहां दो लाख नकली मतदाता पाए गए, जिससे वहां भाजपा की जीत सुनिश्चित हुई।
बैठक में गांधी ने कहा, ''बेंगलुरू मध्य (लोकसभा सीट) में सात विधानसभा सीट हैं। हमारे कार्यकर्ताओं ने सिर्फ एक की पड़ताल में चार महीने बिताए और उन्हें यह मिला। ''
भाजपा पर वोट चुराने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं सिर्फ़ बेंगलुरु या महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं हैं।
सूत्र के अनुसार गांधी ने कहा, "उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात में भी यह बड़े पैमाने पर हुआ है। धीरे-धीरे, हम आपके सामने सारे सबूत पेश कर रहे हैं।"
बिहार में अपने हालिया चुनावी दौरे का ज़िक्र करते हुए, गांधी ने यह भी दावा किया कि वहां भी इसी तरह की अनियमितताएं देखी गईं। उन्होंने आरोप लगाया, "कुछ लोग जो जीवित हैं, उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। रिकॉर्ड में उन्हें जीवित नहीं माना जा रहा है।"
गांधी ने लोगों से 'वोट चोर, गद्दी छोड़' का नारा हर कोने तक फैलाने और भाजपा कार्यकर्ताओं को यह बताने का आग्रह करते हुए कहा, ''वोट चुराना न केवल संविधान के विरुद्ध है, बल्कि राष्ट्र और धर्म के भी विरुद्ध है।”
उन्होंने कहा कि एक बार सच्चाई सामने आ जाए, तो पूरे देश को पता चल जाएगा कि भाजपा और आरएसएस असल में क्या हैं, उन्होंने क्या किया है यह पूरे देश को पता लग जाएगा।
गांधी ने कहा कि देश के युवाओं से नौकरियां छीन ली गई हैं और सरकार किसानों और मज़दूरों के अधिकारों को भी छीनना चाहती है।
उन्होंने दावा किया कि सरकार का मकसद देश की सड़कें, रेलवे, बुनियादी ढांचा और संसाधन उद्योगपति अदाणी और अंबानी को सौंपना और गरीबों की संपत्ति छीनना है।
अंबानी परिवार के हालिया विवाह समारोह का जिक्र करते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि उस कार्यक्रम में करोड़ों रुपये खर्च किये गये। उन्होंने कहा, ''यह पैसा कहां से आया... यह जनता का पैसा है।''
गांधी ने दावा किया, ''वोट चोरी का उद्देश्य भारत के लोगों को एक बार फिर गुलाम बनाना है ताकि वे सवाल न पूछ सकें, अपनी संपत्ति की रक्षा न कर सकें, युवा बेरोजगार रहें और वे (सरकार) राज करते रहें।''
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि केवल कांग्रेस ही इसे रोक सकती है, क्योंकि कांग्रेस विचारधारा की पार्टी है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी भाजपा को हरा सकती है। कांग्रेस पार्टी की नींव रायबरेली है।''
रायबरेली से अपना पारिवारिक नाता बताते हुए गांधी ने कहा, ''हमारा राजनीतिक नहीं बल्कि पारिवारिक रिश्ता है। आप हमारे परिवार के हैं। मुश्किल समय में आप कांग्रेस पार्टी के साथ, हमारे साथ खड़े थे और आपने दिल से हमारी मदद की।''
पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा,“ जो लोग कांग्रेस का समर्थन करते हैं वे न केवल पार्टी की बल्कि संविधान की भी रक्षा कर रहे हैं। संविधान कहता है कि भारत की संपत्ति इसके सभी नागरिकों की है, न कि सिर्फ कुछ उद्योगपतियों की।”
उन्होंने कहा, ''जब आप हमारी रक्षा करते हैं तो आप संविधान और तिरंगे की भी रक्षा कर रहे होते हैं।''
पार्टी नेताओं ने कहा कि दौरे के दौरान गांधी विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे और विकास परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे।
रायबरेली में राहुल गांधी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीरों वाले पोस्टर लगाए गए, जिन पर लिखा था ‘‘भारत की अंतिम आशा, कलयुग के ब्रह्मा, विष्णु, महेश।’’
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी के दौरे से पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों में नया उत्साह आया है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आज लोगों में उत्साह और खुशी की लहर है। हमारे नेता ने देश में हो रही ‘वोट चोरी’ का पूरी तरह से पर्दाफाश कर दिया है। पूरा देश उन पर गर्व महसूस कर रहा है।’’
राय ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की मौजूदगी ने पूरे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस समर्थकों का मनोबल बढ़ाया है।
कांग्रेस की जिला इकाई के अध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि राहुल गांधी सबसे पहले हरचंदपुर में पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद वह गोरा बाजार चौराहे पर अशोक स्तंभ का उद्घाटन करेंगे और शहर के एक होटल में प्रजापति समुदाय के सदस्यों से बातचीत करेंगे।
उन्होंने बताया कि “बाद में, राहुल गांधी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत बने एक पार्क का निरीक्षण करने के लिए मूलीहामऊ गांव जाएंगे। शाम को वह ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और ऊंचाहार स्थित ‘एनटीपीसी’ अतिथिगृह में रात्रि विश्राम करेंगे।”
बृहस्पतिवार को, राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। इसके बाद वह जिलाधिकारी कार्यालय स्थित बचत भवन में होने वाली जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में भाग लेंगे।
भाषा सं अभिनव जफर सलीम