कैमरों को लेकर सदन में हंगामा; सस्ती लोकप्रियता के लिए सदन का समय बर्बाद कर रहा विपक्ष: मुख्यमंत्री
पृथ्वी नोमान
- 10 Sep 2025, 07:13 PM
- Updated: 07:13 PM
जयपुर, 10 सितंबर (भाषा) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान विधानसभा में विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि वह सस्ती लोकप्रियता के लिए सदन का समय बर्बाद कर रही है।
शर्मा ने सदन में विपक्ष की तरफ कथित अतिरिक्त कैमरे लगाए जाने को लेकर कांग्रेस विधायकों के हंगामे पर यह बात कही।
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अगुवाई में दूसरे दिन भी सदन में हंगामा किया और दो बार सदन से बहिर्गमन किया। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि इन कैमरों से किसी की निजता का हनन नहीं है।
भोजनावकाश के बाद विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सदन की अपनी परंपराएं और गरिमा होती हैं, लेकिन विपक्ष केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए सदन का समय बर्बाद कर रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की आठ करोड़ जनता की समस्याओं के समाधान के लिए ही यह सदन कार्य करता है।
विपक्ष के हंगामे पर उन्होंने कहा,“विपक्ष जिस तरह से व्यवधान डाल रहा है, उसे प्रदेश की जनता देख रही है और समय आने पर उन्हें माफ नहीं करेगी।”
उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में विपक्ष की ओर से ऐसा कोई ठोस मुद्दा नहीं रखा गया जिससे जनता की वास्तविक आवाज सदन तक पहुंच सके।
शर्मा ने दावा किया कि हाल में हुई अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने एवं प्रभावित लोगों के दुख दर्द बांटने के लिए विपक्ष का कोई भी नेता या जनप्रतिनिधि जनता के बीच नहीं गया, जबकि सत्तारूढ़ दल के सासंदों व विधायकों और सरकार के मंत्री तथा अधिकारियों ने मौके पर जाकर प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया तथा पीड़ित जनता की मदद कर उनके आंसू पोंछे हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को असली दर्द तो सदन से पारित धर्मांतरण विरोधी विधेयक की वजह से हो रहा है।
अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस विधायकों के हंगामे पर उन्होंने कहा “जनता के हित में उठाई गई मेरी आवाज को विपक्ष नहीं दबा सकता।”
इससे पहले जब भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने विपक्ष की तरफ अतिरिक्त कैमरे लगाए जाने के मुद्दे पर कहा कि विधानसभा भवन की स्थापना के समय से ही कैमरे लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि सदन में लगाए गए किसी भी कैमरे में ऑडियो रिकॉर्डिंग की व्यवस्था नहीं है और यहां लगाए गए कैमरे ऑडियो रिकॉर्ड नहीं करते तथा कैमरा से किसी की निजता का हनन नहीं करते हैं।
हालांकि इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने अतिरिक्त कैमरों की पहुंच और उपयोग को लेकर सवाल उठाए। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन की 'कूप' में आकर हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। मुख्यमंत्री शर्मा के संबोधन के दौरान कुछ देर नारेबाजी के बाद वे सदन से बहिर्गमन कर गए।
विधानसभा अध्यक्ष ने विधायी कार्य निपटाने के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे को लेकर सुबह प्रश्नकाल में भी सदन से बहिर्गमन किया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष जूली ने इस मुद्दे को उठाया और विधानसभा अध्यक्ष से व्यवस्था देने की अपील की।
देवनानी ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद इस मुद्दे पर अपनी व्यवस्था देंगे, लेकिन जूली प्रश्नकाल में ही व्यवस्था देने की मांग करने लगे और कहा कि अध्यक्ष जब तक इस मुद्दे पर व्यवस्था नहीं देंगे तब तक वह सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे।
इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने आसन के समक्ष आकर नारेबाजी शुरू कर दी। लगभग 15 मिनट नारेबाजी तथा हंगामा करने के बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया।
शून्यकाल शुरू होते ही संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच वाद-विवाद होने लगा। सदन में हंगामा थमते न देख अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी। बाद में भोजनावकाश के बाद कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को भी सदन में हंगामा किया था। नेता प्रतिपक्ष जूली ने विपक्ष की तरफ अतिरिक्त कैमरे लगाए जाने को गलत तथा सदन की परंपरा के विपरीत बताया।
इससे पहले कांग्रेस विधायकों ने आज विधायकों के क्वार्टर से विधानसभा परिसर तक पैदल मार्च करके विरोध जताया। कांग्रेस विधायक 'जासूसी करना बंद करो' के नारे लगाते हुए विधानसभा परिसर में पहुंचे और विरोध-प्रदर्शन किया।
भाषा पृथ्वी