उत्तर प्रदेश के मंत्री दिनेश सिंह राहुल गांधी को रोकने के लिए राजमार्ग पर धरने पर बैठे
अभिनव जफर मनीषा खारी
- 10 Sep 2025, 12:54 PM
- Updated: 12:54 PM
रायबरेली (उप्र), 10 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, रायबरेली के स्थानीय सांसद एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के काफिले को रोकने के लिए बुधवार को यहां राजमार्ग पर धरने पर बैठ गए और बिहार में कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां के लिए कथित रूप से अपशब्द कहे जाने को लेकर देश की सभी माताओं से माफी की मांग की।
राहुल गांधी जब हरचंदपुर जा रहे थे, तब मंत्री अपने समर्थकों के साथ कठवारा में राजमार्ग पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने गांधी के खिलाफ नारेबाजी की और ‘‘राहुल वापस जाओ’’ तथा ‘‘देश की सभी माताओं से माफी मांगो’’ लिखी तख्तियां लहराईं।
मंत्री सिंह ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी और विरोध के चलते राहुल गांधी ने अपना रास्ता बदल लिया और अन्य मार्ग से अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मां तो राहुल गांधी की भी हैं। उन्हें किसी और की मां को अपशब्द कहने का अधिकार नहीं है। राहुल गांधी को उन लोगों की सार्वजनिक रूप से निंदा करनी चाहिए थी जिन्होंने एक मां के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया। उन्हें कहना चाहिए था कि वह ऐसे लोगों का समर्थन नहीं करते, उन्हें दंडित करेंगे, पार्टी से निकालेंगे और उनके बयान पर खेद व्यक्त करेंगे।’’
पिछले महीने बिहार के दरभंगा में कांग्रेस की एक ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान, एक मंच से एक व्यक्ति ने माइक पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां के लिए कथित रूप से अपमानजनक शब्द कहे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। आयोजकों ने दावा किया कि उस समय मंच पर कोई वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद नहीं था। पुलिस ने बाद में उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया था।
मंत्री ने यह भी कहा, ‘‘मुझे बताया गया कि राहुल गांधी भाजपा कार्यकर्ताओं का सामना करने से बचने के लिए रायबरेली दूसरे रास्ते से निकल गए। कार्यकर्ताओं की मांग है कि राहुल गांधी देश की सभी माताओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।’’
कांग्रेस के नेताओं ने बताया कि राहुल गांधी बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दो दिवसीय दौरे पर पहुंच रहे हैं जहां वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और विकास परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे।
भाषा अभिनव जफर मनीषा