भारत-यूरोपीय संघ व्यापार वार्ता में अच्छी प्रगतिः गोयल
प्रेम अजय
- 09 Sep 2025, 08:14 PM
- Updated: 08:14 PM
नयी दिल्ली, नौ सितंबर (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि यूरोपीय संघ के व्यापार और कृषि आयुक्तों के भारत दौरा करने पर दोनों पक्ष व्यापार समझौते को काफी हद तक अंतिम रूप देने की स्थिति में होंगे।
यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त मारोस सेफकोविच और कृषि आयुक्त क्रिस्टोफ़ हेंसन के इस सप्ताह भारत आने की संभावना है।
दोनों पक्षों के प्रमुख वार्ताकार इस समय प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर 13वें दौर की बातचीत कर रहे हैं।
गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘व्यापार समझौते पर बातचीत में तेजी से प्रगति हो रही है। दोनों पक्ष विभिन्न हिस्सों पर सक्रिय रूप से समन्वय कर रहे हैं। समझौते के लगभग 60-65 प्रतिशत अध्याय अब पूरी तरह से तैयार और अंतिम रूप दिए जा चुके हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब मेरे सहयोगी मारोस सेफकोविक और क्रिस्टोफ़ हेंसन भारत आएंगे, तब हम काफी हद तक समझौते को अंतिम रूप देने के लिए तैयार होंगे।’’
गोयल की टिप्पणी यह संकेत देती है कि भारत-यूरोपीय संघ एफटीए पर वार्ता अब अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है और जल्द ही इसे औपचारिक रूप से अंतिम रूप दिया जा सकता है।
भारत और 27 देशों के समूह यूरोपीय संघ ने जून, 2022 में व्यापक एफटीए, निवेश संरक्षण समझौते और भौगोलिक संकेतक (जीआई) पर बातचीत आठ साल के अंतराल के बाद दोबारा शुरू की थी। एफटीए पर वार्ता 2013 में बाजार खोलने के स्तर पर मतभेदों के कारण रुक गई थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने इस साल 28 फरवरी को इस बात पर सहमति जताई थी कि वर्ष 2025 के अंत तक व्यापार समझौता पूरा कर लिया जाएगा।
यूरोपीय संघ वाहन और चिकित्सा उपकरणों पर शुल्क में कटौती के साथ शराब, वाइन, मांस एवं पॉल्ट्री उत्पादों पर कर में कटौती और मजबूत बौद्धिक संपदा प्रणाली की मांग कर रहा है। वहीं एफटीए होने से भारत के रेडिमेड कपड़े, दवा, इस्पात, पेट्रोलियम उत्पाद और बिजली उपकरण अधिक प्रतिस्पर्धी हो सकते हैं।
यूरोपीय संघ भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। भारत के कुल निर्यात में इसकी हिस्सेदारी करीब 17 प्रतिशत है जबकि यूरोपीय संघ के कुल निर्यात में भारत की हिस्सेदारी नौ प्रतिशत है।
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