आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रतन टाटा इनोवेशन हब का उद्घाटन किया
खारी पारुल
- 20 Aug 2025, 04:14 PM
- Updated: 04:14 PM
अमरावती, 20 अगस्त (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को अमरावती में ‘रतन टाटा इनोवेशन हब’ (आरटीआईएच) और राज्य में इसके पांच अन्य केंद्रों का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री के साथ टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
नायडू ने अमरावती हब से विशाखापत्तनम, राजमुंदरी, विजयवाड़ा, अनंतपुर और तिरुपति के आरटीआईएच क्षेत्रीय केंद्रों का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया।
टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा के नाम पर बने ये केंद्र नवाचार और उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देंगे तथा ‘स्टार्टअप’ को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
उद्घाटन समारोह के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा, ‘‘उनके (रतन टाटा के) विचारों को जीवित रखने के लिए, हम कुछ नया बनाना चाहते थे। यहीं से रतन टाटा इनोवेशन हब का यह विचार आया।’’
रतन टाटा का नौ अक्टूबर 2024 को निधन हो गया था।
नायडू ने कहा कि उन्होंने चंद्रशेखरन के साथ फोन पर इस विचार पर चर्चा की और चंद्रशेखरन ने इसे स्वीकार कर लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘यही वह बात है, जिसके बारे में हम सोच रहे हैं-अगर आपको (चंद्रशेखरन) कोई आपत्ति न हो, तो हम उनके (रतन टाटा) ब्रांड को इस महान राष्ट्र के हित में आगे बढ़ाना चाहते हैं।’’
नायडू ने कहा कि रतन टाटा ने अपने जीवन के अंतिम दिनों तक समाज के लिए योगदान दिया।
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख ने कहा, ‘‘हमें इस महान राष्ट्र के लिए उनके योगदान की खातिर उन्हें श्रद्धांजलि देनी चाहिए।’’
उभरते क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी और कौशल उन्नयन को सुगम बनाने के लिए इन पांच क्षेत्रीय केंद्रों का मार्गदर्शन प्रतिष्ठित व्यावसायिक समूह करेंगे।
नायडू ने कहा कि उन्होंने जीएमआर समूह से विशाखापत्तनम आरटीआईएच का नेतृत्व करने का अनुरोध किया है, उसके बाद ग्रीनको (राजमुंदरी आरटीआईएच), एमईआईएल (विजयवाड़ा आरटीआईएच), अदाणी समूह (तिरुपति आरटीआईएच) और जिंदल कंपनी (अनंतपुर आरटीआईएच) को शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की स्थिति, खासकर 1991 के सुधारों के बाद बहुत मजबूत है, जिसने देश को पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने कहा कि भारत को जनसांख्यिकीय लाभ हासिल है, जबकि कई देश बुजुर्ग आबादी की समस्या से जूझ रहे हैं।
युवाओं की क्षमता पर बल देते हुए नायडू ने कहा कि अगर जनसंख्या का प्रबंधन अच्छी तरह से किया जाए, तो कोई भी देश भारत को मात नहीं दे सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि कि देश अगले वर्ष तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरेगा।
आंध्र प्रदेश को नवाचार और उद्यमिता के लिए अग्रणी राज्य बनाने पर बल देते हुए नायडू ने कहा कि केवल 24 घंटे में 1.64 लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन उद्यमिता या स्टार्टअप बिजनेस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण किया, जिससे गिनीज विश्व रिकॉर्ड बना।
मुख्यमंत्री ने ‘आविष्करण आंध्र’ कार्यक्रम शुरू किया, जिसका उद्देश्य प्रति परिवार एक उद्यमी तैयार करना है। इसी कार्यक्रम के तहत विश्व रिकॉर्ड बनाया गया।
नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश के सभी 175 विधानसभा क्षेत्रों में 175 औद्योगिक केंद्र बनाए जाएंगे।
भाषा खारी