तेज प्रताप ने राजद को विधायक भाई वीरेंद्र के खिलाफ कार्रवाई की चुनौती दी
राजकुमार नेत्रपाल
- 29 Jul 2025, 11:24 PM
- Updated: 11:24 PM
पटना, 29 जुलाई (भाषा) हाल में पिता एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा पार्टी से निष्कासित किए गए बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने मंगलवार को विधायक भाई वीरेंद्र के आचरण को लेकर राजद पर निशाना साधा।
तेजप्रताप यादव ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र पर हमला करते हुए गुस्सा भरा पोस्ट लिखा। भाई वीरेंद्र के खिलाफ एक पंचायत सचिव ने प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिन्हें विधायक ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान ‘जूतों से पीटने’ की धमकी दी थी।
इस पोस्ट में तेज प्रताप यादव ने अपनी एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें वह महात्मा गांधी और बाबासाहेब आंबेडकर की तस्वीरों से सजी एक दीवार के पास बैठे हैं। इसके साथ ही भाई वीरेंद्र की एक छेड़छाड़ वाली तस्वीर भी है, जिसमें वह हाथ में जूता लिए हमला कर रहे हैं।
हसनपुर से विधायक तेज प्रताप यादव ने पूछा, ‘‘क्या राजद अपने विधायक भाई वीरेंद्र के खिलाफ कार्रवाई करेगा, जिन्होंने अनुसूचित जातियों और जनजातियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की और जान से मारने की धमकी भी दी तथा आंबेडकर के आदर्शों की रत्ती भर परवाह नहीं की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जयचंदों (देशद्रोहियों) की साजिश के तहत पार्टी से निकाल दिया गया। अब देखना यह है कि गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होती है या नहीं। संविधान का सम्मान सिर्फ भाषणों में नहीं, बल्कि करनी में होना चाहिए।’’
तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने एक महिला के साथ ‘‘रिश्ते’’ में होने की बात कबूल की थी। इसके बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था।
तेज प्रताप की शादी पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत दरोगा राय की पोती ऐश्वर्या रॉय से हुई थी। शादी के एक साल से भी कम समय बाद 2019 में तलाक की अर्जी दायर की गई थी जो अदालत में लंबित है। वैवाहिक कलह के कारण ऐश्वर्या के पिता, पूर्व मंत्री चंद्रिका राय ने भी राजद से दो दशक पुराना नाता तोड़ लिया था।
इस बीच, राजद के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि तेज प्रताप यादव ने अपने हालिया बयान से अपने पिता के अलावा अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को और अधिक नाराज कर दिया है।
राजद नेता ने कहा, ‘‘तेज प्रताप आंबेडकर और दलितों का मुद्दा उठाकर भाजपा के हाथों में खेल गए।’’
उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत भाजपा के इस आरोप की ओर था कि लालू प्रसाद ने दलित प्रतीक बाबासाहेब की तस्वीर अपने पैरों के पास रखकर उनका ‘अपमान’ किया है।
भाषा
राजकुमार