जून अंत तक लगभग पूरी तरह चालू हो जाएगा दिल्ली-मेरठ ‘आरआरटीएस कॉरिडोर’ : एनसीआरटीसी अधिकारी
सुभाष दिलीप
- 20 May 2025, 06:58 PM
- Updated: 06:58 PM
(श्रुति भारद्वाज)
नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) जून के अंत तक, लोग दिल्ली के सराय काले खां से उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित मोदीपुरम तक केवल 45 मिनट में यात्रा कर सकेंगे, क्योंकि भारत के पहले ‘रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ (आरआरटीएस) गलियारे का अंतिम चरण लगभग पूरा हो गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
‘नमो भारत कॉरिडोर’ नाम से मशहूर 82 किलोमीटर लंबे इस गलियारे को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) द्वारा हाई-स्पीड क्षेत्रीय कनेक्टिविटी परियोजना के रूप में क्रियान्वित किया जा रहा है।
एनसीआरटीसी की एक अधिकारी ने बताया कि कुल लंबाई में से 11 स्टेशनों वाला 55 किलोमीटर का हिस्सा पहले से ही चालू है, जबकि शेष 27 किलोमीटर लंबे खंड पर काम तेजी से चल रहा है।
सराय काले खां से जंगपुरा तक दो किलोमीटर के विस्तार पर काम अब भी चल रहा है।
इक्कीस अक्टूबर 2023 को, 17 किलोमीटर के प्राथमिकता वाले खंड पर सेवाएं शुरू होने के बाद से इसका लगातार विस्तार हुआ है। दिल्ली में साहिबाबाद और न्यू अशोक नगर के बीच खंड का उद्घाटन 5 जनवरी को किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि एनसीआरटीसी के अनुसार, ‘नमो भारत’ ट्रेन से पहले ही एक करोड़ से अधिक यात्री सफर कर चुके हैं।
अधिकारी ने बताया कि अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एनसीआरटीसी ने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और अन्य यातायात सेवा प्रदाताओं के साथ साझेदारी की है।
अधिकारी ने बताया कि कुछ ऑपरेटर ‘नमो भारत’ के यात्रियों को छूट भी देते हैं।
न्यू अशोक नगर (दिल्ली) से मेरठ दक्षिण तक नमो भारत ट्रेन यात्रा का किराया ‘स्टैंडर्ड क्लास’ के लिए 150 रुपये और ‘प्रीमियम क्लास’ के लिए 180 रुपये है। आनंद विहार से मेरठ दक्षिण तक का ‘स्टैंडर्ड’ किराया 130 रुपये और ‘प्रीमियम’ किराया 156 रुपये है।
अधिकारी ने बताया कि दो प्रमुख शेष खंडों पर प्रायोगिक परीक्षण पहले से ही जारी है - दिल्ली में सराय काले खां और न्यू अशोक नगर के बीच 4.5 किलोमीटर लंबा खंड और मेरठ में मेरठ दक्षिण और मोदीपुरम के बीच 23 किलोमीटर लंबा खंड।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में सराय काले खां स्टेशन लगभग तैयार हो चुका है।
अधिकारी ने बताया कि मेरठ के बाजार क्षेत्र के बीचों-बीच स्थित प्रमुख भूमिगत स्टेशन बेगमपुल से ‘नमो भारत’ ट्रेन और स्थानीय मेट्रो सेवाएं, दोनों उपलब्ध होंगी। काम लगभग पूरा हो चुका है।
उन्होंने बताया कि मेरठ मेट्रो के लिए भी प्रायोगिक परीक्षण शुरू हो गया है। यह 23 किलोमीटर मार्ग पर स्थानीय सेवा है, जो ‘नमो भारत’ ट्रेनों के बुनियादी ढांचे पर परिचालित होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि मेट्रो और क्षेत्रीय सेवाएं एक ही गलियारे को साझा करेंगी। मेरठ मेट्रो लाइन में 13 स्टेशन शामिल हैं, जिनमें से तीन भूमिगत हैं।’’
भाषा सुभाष