ताइवान पहुंच रहीं चीन की छोटी नौकाएं बनीं चिंता का सबब
एपी धीरज दिलीप
- 20 May 2025, 03:56 PM
- Updated: 03:56 PM
ताइपे, 20 मई (एपी)चीन लंबे समय से अपनी विशाल नौसेना, वायुसेना और दुनिया की सबसे बड़ी सेना के बल पर ताइवान को धमकाने की कोशिश करता रहा है, लेकिन अब उसके द्वारा भेजी जा रहीं छोटी नौकाएं अधिक परेशानी का सबब बन रही हैं।
ताइवान के तट रक्षक बल के उप महानिदेशक ह्सिएह चिंग-चिन के अनुसार, तट रक्षक बल ने पांच ऐसे मामलों का दस्तावेजीकरण किया है, जिनमें कुल 38 चीनी नागरिक शामिल हैं, जिन्होंने 160 किलोमीटर (100 मील) चौड़े ताइवान जलडमरूमध्य को पार किया। यह जलडमरुमध्य स्वशासित लोकतांत्रिक द्वीप को सत्तावादी चीनी मुख्य भूमि से अलग करता है।
एक मामले का वीडियो टिकटॉक के चीनी संस्करण डॉयिन पर पोस्ट किया गया है, जिसमें एक व्यक्ति चीन की भाषा में बोलता हुआ सुनाई दे रहा है और एक चीनी झंडा उस स्थान पर लगाते हुए दिखाई देता है, जिसे वह ताइवान का समुद्र तट बताता है। पृष्ठभूमि में दिखाई देने वाले दृश्य में राजधानी ताइपे के दक्षिण में समुद्र तट का हिस्सा प्रतीत हो रहा है।
चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और दावा करता है कि ज़रूरत पड़ने पर वह बलपूर्वक इसे अपने नियंत्रण में ले सकता है। टिकटॉक पर दिखाई दे रहे उस व्यक्ति का पता नहीं चल पाया है और न ही उसकी पहचान सार्वजनिक की गई है। ताइवान के अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या उसे द्वीप पर किसी से मदद मिली थी।
एक अन्य मामले में एक पिता और पुत्र को ताइवान की सरजमीं पर पहुंचने के तुरंत बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया, साथ ही एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया जो ताइपे के उत्तर में एक लोकप्रिय पर्यटक क्षेत्र में मछली पकड़ने वाले बंदरगाह पर पहुंचा था।
छोटे आकार की नौकाओं में से कुछ समुद्र तट पर मौज-मस्ती के लिए हैं, लेकिन इन्हें ताइवान के रडार के लिए पकड़ना मुश्किल हो जाता है। इस चुनौती से निपटने के लिए द्वीप के आस-पास के दुर्गम तटरेखा की निगरानी के लिए अधिक कैमरों और अन्य पहचान उपकरणों और जनशक्ति की आवश्यकता होगी।
हालांकि, ऐसे मामले असामान्य नहीं हैं, परंतु ये दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ने के बीच सामने आए हैं। ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने चीन को एक ऐसा शत्रु घोषित किया है, जिससे बचाव किया जाना चाहिए। वहीं, चीन लगातार सैन्य अभ्यास कर रहा है, जिसे ताइवान पर आक्रमण या उसकी घेराबंदी के पूर्वाभ्यास के रूप में देखा जा रहा है।
ताइवान में अवैध रूप से प्रवेश करने वालों को 500,000 ताइवान डॉलर (16,666 अमेरिकी) का जुर्माना और पांच साल की जेल की सजा हो सकती है, लेकिन आमतौर पर ऐसे दंड माफ कर दिए जाते हैं, बशर्ते कि किसी को चोट न पहुंचे और संपत्ति को कोई नुकसान न पहुंचे।
एपी धीरज