कोलकाता में पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ फिर बीएलओ ने किया प्रदर्शन
राजकुमार नरेश
- 04 Dec 2025, 07:53 PM
- Updated: 07:53 PM
कोलकाता, चार दिसंबर (कोलकाता) कोलकाता में पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के सामने बृहस्पतिवार दोपहर एक बार फिर अराजकता और तनाव फैल गया, जब 400 से अधिक बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) ने पुलिस बैरिकेड को तोड़कर उस भवन की ओर मार्च किया तथा इसके मुख्य प्रवेश द्वार को अवरुद्ध कर धरना दिया।
सीईओ मनोज अग्रवाल से मुलाकात की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने ‘अमानवीय कार्य-संबंधी तनाव’ का हवाला दिया तथा विशेष गहन पुनरीक्षण(एसआईआर) में गणना की समय सीमा को कम से कम तीन महीने तक बढ़ाने की मांग की।
चार मृत बीएलओ के परिवार के सदस्यों के साथ आंदोलनकारियों ने - तृणमूल समर्थक 'बीएलओ ऐक्य मंच' (बीएलओ एकता मंच) के बैनर तले रैली निकाली तथा मृतकों के परिजनों के लिए पर्याप्त मुआवजे की भी मांग की। इन चार बीएलओ की कथित तौर पर एसआईआर संबंधित कार्य में तनाव के कारण मृत्यु हो गई थी।
यह 10 दिनों में सीईओ कार्यालय में दूसरा ऐसा विरोध प्रदर्शन है। निर्वाचन आयोग ने कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा को सीईओ कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। राज्य निर्वाचन आयोग के परिसर में 24 नवंबर को प्रदर्शनकारी बीएलओ द्वारा सुरक्षा व्यवस्था भंग किए जाने के बाद यह निर्देश दिया गया था।
निर्वाचन आयोग ने एसआईआर के गणना चरण और उसके बाद मसौदे एवं अंतिम सूची के प्रकाशन की समय सीमा पहले ही सात दिनों के लिए बढ़ा दी है।
प्रदर्शनकारियों ने उत्तरी कोलकाता के सियालदह स्टेशन से बीबीडी बाग स्थित सीईओ कार्यालय तक मार्च निकाला, जहां वे उन पीड़ित बीएलओ के एक समूह से मिल गए, जो पिछले 10 दिनों से परिसर के सामने धरना दे रहे हैं।
पुलिस को प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में काफी कठिनाई हुई, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने गार्ड रेलिंग के बैरिकेड को लांघकर इमारत में प्रवेश करने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प हुई।
बीएलओ रेबा मुहुरी ने आरोप लगाया, ‘‘हम चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और टूटने के कगार पर हैं। हमें स्कूलों में अपनी ड्यूटी निभानी है, गणना फ़ॉर्म को अपलोड करने/डिजिटल स्वरूप प्रदान करने के लिए पूरी रात जागना पड़ता है। समय सीमा बढ़ाने की हमारी बार-बार की गई अपील के बावजूद, निर्वाचन आयोग कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है। वे हर दिन व्हाट्सएप पर नई अधिसूचनाएं और आदेश जारी कर रहे हैं।’’
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि सीईओ कार्यालय को काम से संबंधित तनाव के कारण बीएलओ की कथित मौतों पर जिला चुनाव अधिकारियों (डीईओ) से अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
भाषा
राजकुमार