पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बहन को अदियाला जेल में उनसे मिलने की अनुमति दी गई
सिम्मी संतोष
- 02 Dec 2025, 08:17 PM
- Updated: 08:17 PM
(एम जुल्करनैन)
लाहौर, दो दिसंबर (भाषा) पाकिस्तान सरकार ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य को लेकर अटकलों के बीच बड़ी संख्या में उनके समर्थकों के रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर एकत्र होने के बाद, उनकी बहन को जेल में उनसे मिलने की मंगलवार को अनुमति दे दी।
पूर्व क्रिकेटर खान (73) से मिलने पर एक महीने से अधिक समय से अघोषित प्रतिबंध था। खान अगस्त 2023 से कई मामलों में जेल में बंद हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक के परिवार के सदस्यों को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दिए जाने के कारण सोशल मीडिया पर ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि क्या वह जीवित हैं या उनकी मौत हो चुकी है।
हालांकि, अदियाला जेल के प्राधिकारियों ने दावा किया था कि उनका स्वास्थ्य ‘‘अच्छा’’ है।
पीटीआई ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा था कि खान की बहनों में से एक डॉ. उज्मा खान को उनसे मिलने की अनुमति दी गई है।
उसने कहा था, ‘‘सरकार ने आज डॉ. उज्मा को जेल में अपने भाई से मिलने की अनुमति दे दी, लेकिन देखते हैं कि सरकार अपनी प्रतिबद्धता का पालन करती है या नहीं।’’
इस बीच, पंजाब सरकार ने पीटीआई के विरोध प्रदर्शन को विफल करने के लिए अदियाला रोड पर रावलपिंडी के पूरे पुलिस बल को तैनात कर दिया।
सरकार ने रावलपिंडी और इस्लामाबाद में पहले ही धारा 144 (चार या अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध) लागू कर दी है।
रावलपिंडी के आठ पुलिस थानों के थाना प्रभारी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अदियाला जेल के बाहर मौजूद हैं।
पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने ‘प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ से कहा, ‘‘आठ किलोमीटर के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। स्कूल और कॉलेज बंद हैं। निवासियों को इलाके से गुजरने के लिए अपना पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य है।’’
वकीलों के एक समूह ने भी इमरान खान को पृथक रखने को लेकर सरकार के खिलाफ इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के बाहर प्रदर्शन किया।
गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि इस्लामाबाद और रावलपिंडी में धारा 144 का पालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा।
इससे पहले, इमरान खान के बेटे कासिम खान ने सरकार से उनके पिता के जीवित होने का सबूत देने की मांग की थी।
खान की पार्टी ने प्राधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि सरकार उनकी बहनों को उनसे मिलने की अनुमति नहीं देती है तो देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
भाषा सिम्मी