रास: नेशनल कॉन्फ्रेंस के चौधरी रमजान ने उठाया जम्मू कश्मीर सरकार के सीमित अधिकारों का मुद्दा
मनीषा माधव वैभव
- 01 Dec 2025, 05:59 PM
- Updated: 05:59 PM
नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस के नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य चौधरी मोहम्मद रमजान ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर की चुनी हुई सरकार की शक्तियां सीमित होने का दावा करते हुए कहा कि वास्तविक अधिकार उपराज्यपाल के पास हैं।
रमज़ान ने यह टिप्पणी राज्यसभा में अपने प्रथम भाषण में की। इससे पहले उन्होंने अपनी पार्टी के नेता सज्जाद अहमद किचलू और पार्टी कोषाध्यक्ष गुरविंदर सिंह ओबेरॉय उर्फ 'शम्मी' के साथ उच्च सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली।
ओबेरॉय कश्मीर से राज्यसभा में भेजे गए, सिख समुदाय के पहले सदस्य हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के ये तीनों नेता तथा भाजपा के सत शर्मा पिछले महीने राज्यसभा के लिए चुने गए थे। यह 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के बाद पहला राज्यसभा चुनाव था। चारों सीटें 2021 से रिक्त पड़ी थीं।
अपने भाषण में, कुछ सदस्यों की टोकाटोकी के बीच, रमजान ने कहा कि जनता ने उनकी पार्टी को दो-तिहाई बहुमत देकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में एक लोकप्रिय सरकार का रास्ता खोला है। उन्होंने कहा, “लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि सारी शक्ति उपराज्यपाल के हाथ में है… आदेश वहीं से आते हैं।”
रमजान उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति सी पी राधाकृष्णन के अभिनंदन के अवसर पर अपनी पार्टी की ओर से बोल रहे थे।
रमजान ने कहा कि वे सभापति को व्यक्तिगत रूप से अधिक नहीं जानते, लेकिन “कई वक्ताओं ने बताया कि आप जीवन भर समाजसेवी रहे हैं। बड़ी कुर्सियों पर वे ही पहुंचते हैं जिनके पीछे बड़ा त्याग और सार्वजनिक सेवा का इतिहास होता है।”
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में शासन व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 2024 में निष्पक्ष चुनाव होने के बावजूद निर्वाचित सरकार के पास कार्यपालिका संबंधी अधिकार बहुत सीमित हैं।
इस पर सभापति ने उन्हें स्वागत प्रस्ताव के दायरे में रहने की सलाह दी और आश्वस्त किया कि जम्मू-कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर बोलने के लिए उन्हें अलग अवसर दिया जाएगा।
इसके बावजूद रमजान ने कहा, “जम्मू-कश्मीर का दशकों का इतिहास आप जानते हैं। हमें इसे मजबूत करना है।”
उन्होंने तर्क दिया कि जनता द्वारा पहली बार दिए गए भारी जनादेश का कोई अर्थ नहीं, यदि सरकार के पास अधिकार न हों।
उनके इस प्रथम भाषण की जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सराहना की। वह अपने सलाहकार नासिर वानी के साथ आगंतुक दीर्घा में शपथ ग्रहण देखने के लिए मौजूद थे।
उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर लिखा, “पहला दिन, पहला शो। बहुत बढ़िया… चौधरी मोहम्मद रमजान ने उन्हें उपलब्ध पहले अवसर का उपयोग कर केंद्र सरकार को राज्य का दर्जा बहाल करने के वादे की याद दिलाई।”
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने भी नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्यों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि “वे जम्मू-कश्मीर के लोगों के सर्वोत्तम हितों के लिए काम करेंगे।”
राज्यसभा की बैठक की शुरुआत में रमजान ने कश्मीरी में, किचलू ने उर्दू में और ओबेरॉय ने पंजाबी में शपथ ली।
ओबेरॉय के सदन में प्रवेश पर उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर कहा, “आप कंधों पर बहुत सी उम्मीदें लेकर आए हैं।”
किचलू को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर, विशेषकर चिनाब घाटी के लोग उनसे बड़ी उम्मीदें रखेंगे और उनके प्रतिनिधित्व को करीब से देखेंगे।”
किचलू ने भी ‘एक्स’ पर सभी का धन्यवाद करते हुए लिखा, “यह जनादेश कोई विशेषाधिकार नहीं बल्कि एक गहन जिम्मेदारी है— और मैं अपनी जनता की निष्ठा व समर्पण के साथ सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”
भाषा मनीषा माधव