सिद्धरमैया, शिवकुमार ने सोनिया, राहुल के खिलाफ प्राथमिकी को लेकर भाजपा पर हमला बोला
आशीष पवनेश
- 01 Dec 2025, 04:36 PM
- Updated: 04:36 PM
बेंगलुरु, एक दिसंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद सोमवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘‘सियासी बदला’’ लेने का आरोप लगाया।
उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने दिल्ली पुलिस के कदम को "अनुचित" करार दिया और कहा, "उत्पीड़न की भी एक हद होती है।"
दिल्ली पुलिस ने नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शिकायत पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। यह प्राथमिकी एजेंसी की धन शोधन जांच का हिस्सा है। इस मामले में आरोप लगाया गया है कि गांधी परिवार ने निजी लाभ के लिए अपने पद का "दुरुपयोग" किया।
सिद्धरमैया ने एक सवाल पर पत्रकारों से कहा, "ऐसा राजनीतिक कारणों से किया जा रहा है। भाजपा सियासी बदला लेने की कोशिश कर रही है।"
शिवकुमार ने केंद्र पर "प्रतिशोध की राजनीति" करने का आरोप लगाया। शिवकुमार ने कहा, "उन्हें परेशान करने की कोई जरूरत नहीं है। यह (नेशनल हेराल्ड) सोनिया गांधी या राहुल गांधी की संपत्ति नहीं है। वे पार्टी अध्यक्ष के तौर पर शेयरों के संरक्षक मात्र थे...जवाहरलाल नेहरू के समय से यह वहां है। यह उनकी निजी संपत्ति नहीं है, वे पहले ही घोषित कर चुके हैं। यंग इंडिया या नेशनल हेराल्ड एक राजनीतिक पार्टी से संबंधित है।"
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा कि गांधी परिवार कांग्रेस पार्टी का संरक्षक है। उन्होंने कहा, "वोरा जी (मोतीलाल वोरा) और अहमद पटेल जी के समय में कांग्रेस पार्टी के हितों की रक्षा के लिए निर्णय लिए गए। केसरी जी (सीताराम केसरी) के समय जब पार्टी खत्म हो रही थी, तब हम सभी ने मैडम (सोनिया गांधी) से (कांग्रेस की) जिम्मेदारी संभालने की विनती की थी। उनके नेतृत्व में हमने 10 साल तक इस देश पर शासन किया, जिसमें एक अर्थशास्त्री (मनमोहन सिंह) प्रधानमंत्री थे। कांग्रेस पार्टी आगे बढ़ रही है।"
मामले को लेकर केंद्र सरकार पर "राजनीतिक प्रताड़ना" का आरोप लगाते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, "ईर्ष्या के कारण ऐसा किया जा रहा। राहुल गांधी ऐसी बातों की कभी परवाह नहीं करते। अगर उन्हें जेल भी भेज दें तो उन्हें कोई परवाह नहीं होगी।"
उन्होंने कहा, "यह ठीक नहीं है। मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं। इस प्रतिशोधी रवैये से कोई फ़ायदा नहीं होगा। यह सिर्फ़ आपके नैतिक मूल्यों को उजागर करेगा। सड़कों पर, जनता के बीच और चुनावों में राजनीतिक रूप से इसका सामना करें। परेशान करके, विभिन्न संस्थाओं का दुरुपयोग करके नहीं।"
भाषा आशीष