बहुविवाह-रोधी विधेयक ‘मियां’ को निशाना बनाने के लिए नहीं है : हिमंत विश्व शर्मा
धीरज सुरेश
- 23 Nov 2025, 08:56 PM
- Updated: 08:56 PM
तेजपुर (असम), 23 नवंबर (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को कहा कि बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने के लिए राज्य सरकार के प्रस्तावित विधेयक का उद्देश्य ‘मियां’ को निशाना बनाना नहीं है, क्योंकि यह प्रथा अन्य धर्मों में भी मौजूद है।
शर्मा ने कहा कि एक से अधिक महिलाओं से विवाह करने की प्रथा ‘मियां’ समुदाय में अधिक प्रचलित है।
शर्मा ने सोनितपुर जिले के रंगपाड़ा में एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘बहुविवाह पर रोक लगाने के लिए हम ‘मियां’ समुदाय को निशाना नहीं बना रहे हैं। अन्य धर्मों के लोग भी ऐसा करते हैं।’’
‘मियां’ मूलतः असम में बांग्लाभाषी मुसलमानों के लिए प्रयुक्त एक अपमानजनक शब्द है तथा गैर-बांग्लाभाषी लोग आमतौर पर उन्हें बांग्लादेशी घुसपैठियों के रूप में पहचानते हैं।
शर्मा ने कहा कि यद्यपि बहुविवाह ‘मियाओं’ में अधिक प्रचलित है, लेकिन ‘‘यह नहीं कहा जा सकता कि यह हिंदुओं में नहीं होता’’।
राज्य मंत्रिमंडल ने नौ नवंबर को कुछ अपवादों को छोड़कर बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक को मंजूरी दे दी। इसके तहत बहुविवाह करने के दोषी को सात वर्ष सश्रम कारावास की सजा हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि जब तक वह सत्ता में हैं, तब तक वह ‘‘संदिग्ध मियों को परेशान’’ करते रहेंगे।
शर्मा ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी के लिए ‘‘मियां ऑक्सीजन हैं’’।
उन्होंने कहा, ‘‘असम में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है। वह 22 सीट पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी उम्मीदवारों से बड़ी रकम लेगी और इच्छुक उम्मीदवारों को पहले ही संकेत दे दिए गए हैं कि वे एक करोड़ रुपये पहले और तीन करोड़ रुपये बाद में दें।’’
शर्मा ने आरोप लगाया कि पार्टी ने पहले भी उम्मीदवारों से पैसे लिये थे।
उन्होंने संकेत दिया कि कांग्रेस जिन सीट पर चुनाव लड़ेगी वे अल्पसंख्यक बहुल सीट होंगी।
असम की 126-सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव अगले वर्ष होने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने मियां समुदाय के लिए भी कल्याणकारी कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि समुदाय को ओरुनुदोई, महिलाओं के लिए उद्यमिता विकास योजना आदि जैसी सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
शर्मा ने कहा कि समुदाय को कल्याणकारी योजनाओं के तहत लाने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन उन्हें किसी भी खुली भूमि पर अतिक्रमण जैसी गतिविधियों से बचना चाहिए।
भाषा धीरज