राज्यपाल के आवास पर कांग्रेस का प्रदर्शन ‘अवैध और ‘उद्दंडता’ : राजीव बिंदल
धीरज नेत्रपाल
- 23 Nov 2025, 07:07 PM
- Updated: 07:07 PM
शिमला, 23 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजीव बिंदल ने रविवार को कहा कि गत बृहस्पतिवार को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के आधिकारिक आवास पर कांग्रेस नेताओं का प्रदर्शन पूरी तरह से ‘‘अवैध’’ और ‘‘उद्दंड राजनीतिक आचरण’’ का उदाहरण था।
उन्होंने यहां जारी एक बयान में कहा कि बिना अनुमति के राजभवन जैसे उच्च सुरक्षा और प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करना, विरोध प्रदर्शन करना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला जलाना स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी संवैधानिक मानदंडों को चुनौती देने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।
युवा कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को देशभर में कथित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ प्रदर्शन किया था और इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंका था।
बिंदल ने कहा कि यह कृत्य राज्यपाल पर दबाव बनाने, उन्हें डराने और उन्हें ‘‘असंवैधानिक निर्णय’’ लेने के लिए मजबूर करने का प्रयास प्रतीत होता है। उन्होंने इस घटना को ‘‘लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सीधा हमला’’ करार दिया।
बिंदल ने कहा कि कांग्रेस की कार्रवाई न केवल ‘‘असंवैधानिक’’ है, बल्कि लोकतांत्रिक परंपराओं का भी घोर अपमान है।
उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार तुरंत ‘‘संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाने वाले ऐसे गैरकानूनी विरोध प्रदर्शनों और गतिविधियों’’ को रोके, और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाए।
घटना पर नाराजगी जताते हुए राज्यपाल ने पुलिस महानिदेशक और शिमला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से प्रदर्शन पर रिपोर्ट मांगी थी तथा पूछा था कि क्या युवा कांग्रेस ने प्रदर्शन से पहले अनुमति ली थी।
इस बीच, बिंदल ने कहा कि राज्य इस समय गंभीर संवैधानिक संकट से जूझ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘पंचायती राज चुनावों को लेकर सरकार और निर्वाचन आयोग के बीच बढ़ते टकराव ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।’’
बिंदल ने दावा किया कि निर्वाचन आयोग ने मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए एक विस्तृत पत्र प्रस्तुत किया है, जो साबित करता है कि सरकार संवैधानिक संस्थाओं की शक्तियों का उल्लंघन कर रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘वर्तमान सरकार प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाकर पंचायत प्रधानों, बीडीसी सदस्यों, वार्ड पंचों, जिला परिषद सदस्यों और नगरपालिका प्रतिनिधियों के लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने की कोशिश कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘‘लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना’’ के खिलाफ है।
भाषा धीरज