युद्ध का मैदान भी हमारे लिए ‘धर्मक्षेत्र’, जहां धर्म व कर्तव्य होगा वहीं जय होनी है: योगी आदित्‍यनाथ

युद्ध का मैदान भी हमारे लिए ‘धर्मक्षेत्र’, जहां धर्म व कर्तव्य होगा वहीं जय होनी है: योगी आदित्‍यनाथ