दिल्ली: आईएसआई से जुड़े ड्रोन हथियार आपूर्ति नेटवर्क का भंडाफोड़, चार व्यक्ति पकड़े गए
अमित नेत्रपाल
- 22 Nov 2025, 05:23 PM
- Updated: 05:23 PM
नयी दिल्ली, 22 नवंबर (भाषा) पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से समर्थित आपूर्तिकर्ता से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ करके चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो उत्तर भारत में संगठित अपराध गिरोहों को उच्च गुणवत्ता वाले विदेशी हथियारों की आपूर्ति करने में शामिल था। यह जानकारी पुलिस ने शनिवार को दी।
पुलिस के अनुसार, यह नेटवर्क विदेशी हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से तस्करी के जरिये हासिल करता था और उनकी आपूर्ति दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश तथा पंजाब में गैंगस्टर को करता था।
पुलिस के अनुसार, जांच में पता चला कि हथियारों की तस्करी पाकिस्तान से विशेष ड्रोन के माध्यम से की जा रही थी, जो राडार से बचने के लिए कम ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम थे।
इसने कहा कि सीमा के उस पार स्थित तस्कर हथियारों की खेप कथित रूप से रात के समय पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा के संवेदनशील हिस्सों में पूर्व-निर्धारित जीपीएस स्थानों पर गिराते थे।
पुलिस के अनुसार, स्थानीय प्राप्तकर्ता उस खेप को उठाते थे, उन्हें सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाते थे और फिर उसकी आपूर्ति पूरे देश के अपराध नेटवर्क को करते थे। पुलिस के अनुसार, यह मॉड्यूल ‘एन्क्रिप्टेड’ संचार का उपयोग करता था और निगरानी से बचने के लिए हथियार गिराने का स्थान बार-बार बदलता रहता था।
इसने बताया कि तस्कर निगरानी से बचने के लिए हथियारों को कार्बन लेपित सामग्री में लपेटते थे और भुगतान हवाला एवं प्रॉक्सी खातों के माध्यम से करते थे।
पुलिस ने बताया कि इस अभियान में 10 अत्याधुनिक पिस्तौल के साथ 92 कारतूस जब्त किए गए। इसने कहा कि इन हथियारों में तुर्किये निर्मित पीएक्स-5.7 मॉडल शामिल हैं जो केवल विशेष बलों द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
इसने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मंदीप सिंह (38) और दलविंदर कुमार (34), दोनों पंजाब निवासी तथा रोहन तोमर (30) और अजय उर्फ मोनू (37), उत्तर प्रदेश के बागपत निवासी के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, 19 नवंबर को सूचना मिली थी कि पंजाब मूल के गैंगस्टर सोनू खत्री उर्फ राजेश कुमार से जुड़ी आईएसआई समर्थित हथियार आपूर्ति श्रृंखला की गतिविधियां जारी हैं। सोनू खत्री वर्तमान में अमेरिका में रह रहा है और उस पर 45 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इसने कहा कि रोहिनी के बावना रोड पर खाटू श्याम मंदिर के पास जाल बिछाया गया जहां एक सफेद कार आई, जिसे पुलिस ने रोका और दो संदिग्धों को पकड़ लिया। पुलिस के अनुसार, वाहन के स्पीकर बॉक्स में छिपाए गए डफल बैग से विदेश निर्मित आठ पिस्तौल और 84 कारतूस बरामद हुए। वहीं, मौके पर मंदीप और दलविंदर को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में पुलिस को उनके दो और साथियों- रोहन तोमर और अजय उर्फ मोनू के बारे में जानकारी मिली। पुलिस के अनुसार, उनके कब्जे से दो अतिरिक्त पिस्तौल और आठ कारतूस जब्त किए गए।
इसने कहा कि मंदीप और दलविंदर बचपन के दोस्त हैं और गैंगस्टर सोनू खत्री के करीबी सहयोगी जसप्रीत उर्फ जस के माध्यम से हथियार सिंडिकेट में शामिल हुए। पुलिस के अनुसार, जस वर्तमान में विदेश में है और माना जाता है कि वह आईएसआई संबंधित आपूर्तिकर्ताओं से जुड़ा है, जो ड्रोन के माध्यम से हथियार आपूर्ति की व्यवस्था करते हैं।
रोहन और अजय लंबे समय से दिल्ली-एनसीआर के गिरोहों, जैसे गोगी गैंग, भाऊ गैंग और कपिल संगवान उर्फ नंदू गैंग से जुड़े थे तथा सुपारी हत्यारों और फिरौती मॉड्यूल को उन्नत हथियार आपूर्ति करने में शामिल थे।
पुलिस के अनुसार, कुल मिलाकर 10 पिस्तौल, 92 कारतूस और एक सफेद कार जब्त की गई। जब्त पिस्तौल में तुर्की निर्मित 3 पीएक्स-5.7 पिस्तौल और चीन निर्मित 5 पीएक्स-3 पिस्तौल शामिल हैं।
इस संबंध में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तुर्की निर्मित पीएक्स-5.7 पिस्तौल की बरामदगी इस नेटवर्क की उच्चस्तरीय और संगठित अंतरराष्ट्रीय आपूर्त श्रृंखला को दर्शाती है, जो केवल विशेष बलों द्वारा उपयोग की जाती हैं।
उन्होंने कहा कि विस्तृत जांच जारी है ताकि नेटवर्क में शामिल और मॉड्यूल की पहचान की जा सके।
भाषा अमित