अफगानिस्तान ने भारतीय कंपनियों से निवेश का किया आह्वान, अनुकूल माहौल देने का वादा
निहारिका रमण
- 21 Nov 2025, 06:54 PM
- Updated: 06:54 PM
नयी दिल्ली, 21 नवंबर (भाषा) अफगानिस्तान के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अजीजी ने भारतीय कंपनियों को उनके देश में निवेश के लिए शुक्रवार को आमंत्रित किया और द्विपक्षीय व्यापार एवं आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल माहौल देने का वादा किया।
उन्होंने खनन, कृषि, स्वास्थ्य एवं औषधि, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), ऊर्जा तथा वस्त्र उद्योग का ऐसे क्षेत्रों के रूप में उल्लेख किया जहां व्यावसायिक भागीदारी के लिए महत्वपूर्ण अवसर मौजूद हैं।
अजीजी एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ देश की पांच दिवसीय यात्रा पर नयी दिल्ली पहुंचे हैं।
अफगनिस्तान के मंत्री ने कहा, ‘‘ मैं भारतीय उद्योगपतियों और व्यापारियों को अफगानिस्तान की क्षमता और वर्तमान अनुकूल वातावरण को देखने के लिए आमंत्रित करना चाहूंगा, जो हमने उनके एवं अन्य व्यापारियों के लिए तैयार किया है। खनन उद्योग, कृषि क्षेत्र, स्वास्थ्य और आईटी में अवसरों का पता लगाने के लिए यह एक बेहद अच्छा मौका होगा। अफगानिस्तान में काफी अवसर उपलब्ध हैं, और मैं आपको वहां आने लिए विनम्रतापूर्वक आमंत्रित करना चाहूंगा...।’’
उन्होंने उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित एक संवाद सत्र को संबोधित करते हुए भारत सरकार के निरंतर सहयोग के लिए आभार भी व्यक्त किया।
मंत्री ने कहा कि उनका देश कई नए प्रोत्साहन दे रहा है जिनमें कच्चे माल एवं मशीनरी पर एक प्रतिशत शुल्क, मुफ्त भूमि आवंटन, भरोसेमंद बिजली आपूर्ति तथा नए उद्योगों के लिए प्रस्तावित पांच साल की कर छूट शामिल है...।
उन्होंने अफगानिस्तान के सिख एवं हिंदू समुदायों की अधिक सहभागिता को भी प्रोत्साहित किया और सभी भागीदारों के लिए शांतिपूर्ण, समावेशी तथा व्यापार-अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए अफगानिस्तान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
भारत और अफगानिस्तान द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न उपायों पर सहमत हुए हैं जिसका वर्तमान मूल्य करीब एक अरब अमेरिकी डॉलर है।
इनमें द्विपक्षीय व्यापार सहयोग की निगरानी एवं समर्थन के लिए एक-दूसरे के दूतावास में एक वाणिज्यिक अताशे की नियुक्ति, व्यापार, वाणिज्य और निवेश पर संयुक्त कार्य समूह को पुनः सक्रिय करना, आदि शामिल हैं।
इस बीच, भारत सरकार ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के बीच हवाई मालवाहक सेवाएं ‘‘बेहद जल्दी शुरू’’ होंगी।
विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव आनंद प्रकाश ने कहा, ‘‘ मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि काबुल-दिल्ली और काबुल-अमृतसर मार्गों पर हवाई माल ढुलाई गलियारा सक्रिय हो गया है। इन क्षेत्रों पर मालवाहक उड़ानें बहुत जल्द शुरू होंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इससे उनके बीच संपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि होगी तथा हमारे व्यापारिक एवं वाणिज्यिक संबंध और मजबूत होंगे।’’
प्रकाश ने कहा, ‘‘ द्विपक्षीय व्यापार लगभग एक अरब डॉलर का है। हालांकि, इसमें और वृद्धि की पर्याप्त गुंजाइश बनी हुई है। इस संदर्भ में हमने व्यापार, वाणिज्य और निवेश पर संयुक्त कार्य समूह को पुनः सक्रिय करने का निर्णय लिया है।’’
भाषा निहारिका