बिहार में भाजपा के खिलाफ व्यापक धर्मनिरपेक्ष आंदोलन नहीं चला सकी कांग्रेस: माकपा
देवेंद्र सुभाष
- 15 Nov 2025, 07:41 PM
- Updated: 07:41 PM
तिरुवनंतपुरम, 15 नवंबर (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की केरल इकाई के सचिव एम वी गोविंदन ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस बिहार में भाजपा के खिलाफ व्यापक धर्मनिरपेक्ष गठबंधन को एकजुटता से नहीं रख सकी।
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
गोविंदन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हालांकि महागठबंधन की हार का मुख्य कारण निर्वाचन आयोग द्वारा जल्दबाजी में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कवायद के जरिए वोटों को ‘‘लक्षित रूप से हटाना’’ था, लेकिन कांग्रेस और अन्य धर्मनिरपेक्ष दलों के खराब प्रदर्शन के अन्य कारणों का विश्लेषण करना चाहिए और उचित सुधार किया जाना चाहिए।
गोविंदन ने यह भी आरोप लगाया कि ईवीएम में हेरफेर की आशंका भी जताई गई है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने निर्वाचन आयोग की मदद से चुनावों में बाधा पहुंचाई है।’’
गोविंदन ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू रहने के दौरान बिहार सरकार द्वारा महिलाओं को 10,000 रुपये नकद हस्तांतरण की घोषणा के खिलाफ विपक्ष के विरोध को निर्वाचन आयोग ने नजरअंदाज कर दिया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार सरकार और केंद्र ने निर्वाचन आयोग की मशीनरी का दुरुपयोग किया और चुनावी जीत हासिल करने के लिए सांप्रदायिक प्रचार और फिजूलखर्ची में लिप्त रहे।
केरल में एसआईआर प्रक्रिया पर गोविंदन ने कहा कि राज्य सरकार और माकपा स्थानीय निकायों के चुनावों की घोषणा होने के बाद मतदाता सूची में संशोधन के लिए जल्दबाजी में उठाए गए कदम के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अलग-अलग याचिकाएं दायर करेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भाजपा ने भी यह विचार व्यक्त किया था कि स्थानीय निकाय चुनाव संपन्न होने तक एसआईआर प्रक्रिया स्थगित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले कहा था कि वे इस कदम के खिलाफ उच्चतम न्यायालय भी जाएंगे।
गोविंदन ने हालांकि कहा कि यदि निर्वाचन आयोग संशोधन पर आगे बढ़ रहा है तो सभी मतदाताओं को अपना वोट सुनिश्चित करने का ध्यान रखना चाहिए, हालांकि कानूनी लड़ाई जारी है।
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में अपने विकास एजेंडे के साथ एकजुट होकर उतरेगा तथा सांप्रदायिकता के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा।
भाषा देवेंद्र