स्टालिन ने एसआईआर के खिलाफ याचिका में पक्षकार बनाने के अनुरोध के लिये अन्नाद्रमुक की आलोचना की
राजकुमार दिलीप
- 10 Nov 2025, 10:20 PM
- Updated: 10:20 PM
तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु), 10 नवंबर (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी दल ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) ने एसआईआर को चुनौती देने वाली द्रमुक की याचिका में पक्षकार बनने के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की है, ताकि वह बस एक कपटपूर्ण नाटक कर सके।
सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष स्टालिन ने आरोप लगाया कि अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी भाजपा के ‘चापलूस’ हैं और उन्हें दिल्ली में अपने ‘बिग बॉस’ को ‘जी सर’ कहना पड़ता है।
केंद्र या भाजपा का नाम लिए बिना उन्होंने आरोप लगाया कि आयकर विभाग और सीबीआई का इस्तेमाल करके उन्हें (अन्नाद्रमुक नेता को) धमकाया जा रहा है।
स्टालिन ने कहा, ‘‘अब, उसने निर्णय लिया है कि एसआईआर के हथियार का इस्तेमाल करके द्रमुक को नष्ट किया जा सकता है। यह अन्य राज्यों में काम कर सकता है। लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि तमिलनाडु में द्रमुक के संबंध में यह काम नहीं करेगा।’’
मुख्यमंत्री ने यहां एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने अब उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि उसे एसआईआर को चुनौती देने वाली द्रमुक की रिट याचिका में पक्षकार बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर अन्नाद्रमुक सचमुच चिंतित है और अपना विरोध जताने के लिए इच्छुक थी, तो उसे पहले ही याचिका दायर कर देनी चाहिए थी, अचानक पक्षकार बनने की मांग की क्या वजह है?
द्रमुक अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ अन्नाद्रमुक द्वारा मुकदमे में पक्षकार बनाने की मांग का क्या कारण है? हमें इस पर विचार करना होगा। वह एसआईआर का समर्थन कर रही है। उसमें किसी भी बात का विरोध करने का साहस नहीं है, क्योंकि वह भाजपा और निर्वाचन आयोग का दास है। वे (केंद्र और निर्वाचन आयोग) जो कुछ भी कहते हैं, उसका वे (अन्नाद्रमुक नेता) समर्थन करते हैं। इसलिए, उन्होंने (अन्नाद्रमुक नेताओं ने) एक कपटपूर्ण नाटक रचने की योजना बनाई है।’’
अन्नाद्रमुक ने ‘बूथ लेवल एजेंट (बीएलए2)’, जो पार्टी (द्रमुक द्वारा प्रशिक्षित और तैनात) कार्यकर्ता हैं, की तैनाती के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की है। ये ‘बूथ लेवल एजेंट’ ‘बूथ लेवल’ अधिकारियों (जो सरकारी कर्मचारी हैं) की सहायता के लिए तैनात किये गये हैं।
स्टालिन ने कहा, ‘‘यह सच है। मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह काम नहीं करेगा।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि अन्नाद्रमुक महासचिव एडप्पादी पलानीस्वामी को दिल्ली में अपने ‘बिग बॉस’ से ‘जी सर’ कहना चाहिए।
भाषा
राजकुमार