साइबर अपराधियों ने सेवानिवृत्त इंजीनियर से 71 लाख रुपये ठग लिये
सं सुरभि राजकुमार
- 08 Nov 2025, 05:05 PM
- Updated: 05:05 PM
नोएडा (उप्र), आठ नवंबर (भाषा) नोएडा में साइबर अपराधियों ने कथित रूप से शेयर बाजार में निवेश के जरिए मुनाफा का झांसा देकर एक सेवानिवृत्त इंजीनियर से 71 लाख रुपये क ठग लिये। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उसने बताया कि साइबर अपराध थाने ने आज एक कथित महिला ठग के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
अपर पुलिस उपायुक्त (साइबर अपराध) शैव्या गोयल ने बताया कि सेक्टर-78 के 80 वर्षीय राकेश जैन ने शिकायत दर्ज करायी कि इसी साल एक अक्तूबर को सोशल मीडिया पर पूजा नामक एक महिला ने उनसे संपर्क किया और जल्द ही दोनों व्हाट्सऐप के माध्यम से जुड़ गए ।
गोयल के अनुसार पूजा ने राकेश को शेयर बाजार में निवेश कर मुनाफा कमाने की सलाह दी। पूजा ने कहा कि अगर उसके बताए अनुसार निवेश किया जाए तो कम समय में ही दो से तीन गुना तक मुनाफा हो सकता है। इस बीच, जब सेवानिवृत इंजीनियर निवेश करने का विचार कर रहे थे, तभी पूजा ने उन्हें एक व्हाट्सऐप ग्रुप पर जोड़ लिया। जैन को व्हाट्सऐप ग्रुप पर ही शेयर ट्रेडिंग का प्रशिक्षण मिलने लगा।
अपर पुलिस आयुक्त का कहना है कि ठगों ने जैन को ‘फायर्स एसएनआई’ नामक ऐप भी डाउनलोड करवा दिया। यह ऐप बेगलुरु स्थित ब्रोकरेज फर्म ‘फायर्स सिक्योरिटी’ के नाम से मिलता-जुलता था। चूंकि जैन को इस फर्म की पहले से जानकारी थी, ऐसे में उसने महिला की बातों पर यकीन कर लिया। ऐप में कुछ नियम और शर्तें भी थीं, जिसमें ईपीओ में निवेश करने पर छूट की बात थी।
पुलिस के मुताबिक जैन ने रियायत के चक्कर में कुछ आईपीओ में निवेश करना शुरू कर दिया। शुरुआती चरण में निवेश करने पर इंजीनियर को मुनाफा हुआ। उनको मुनाफे समेत रकम निकालने की अनुमति भी दी गई। इसके बाद जैन को यकीन हो गया कि उनका धन सही जगह पर निवेश कराया जा रहा है। उन्होंने मुनाफे के चक्कर में 10 से अधिक बार में 71 लाख रुपये दिये । अचानक जैन को रुपये की आवश्यकता पड़ गई। ऐसे में उन्होंने मुनाफे समेत रकम निकालने का प्रयास किया।
पुलिस का कहना है कि ठगों ने जैन को ऋण भी दिया था। ठगों ने जैन से कहा कि विभिन्न करों और ऋण का ब्याज चुकाने के बाद ही रकम निकल सकेगी। बार-बार रुपये वापस करने के लिए कहने पर ठगों ने जैन को ग्रुप से ही बाहर कर दिया। पूजा का नंबर भी बंद आने लगा। इसके बाद पुलिस से शिकायत की गयी।
भाषा सं सुरभि