प्रो कुश्ती लीग जनवरी में वापसी के लिए तैयार, भुगतान पर डब्ल्यूएफआई का नियंत्रण होगा
नमिता मोना
- 01 Nov 2025, 08:04 PM
- Updated: 08:04 PM
नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) कोविड-19 महामारी के कारण चार सत्र के बाद निलंबित हुई प्रो कुश्ती लीग (पीडब्ल्यूएल) जनवरी 2026 में वापसी के लिए तैयार है तथा इस बार वित्तीय पारदर्शिता और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) पहलवानों और फ्रेंचाइजी को सीधे भुगतान करेगा।
डब्लयूएफआई ने यह भी कहा कि पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल पहलवानों के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा और उन्हें नीलामी में अपना नाम दर्ज कराने की अनुमति दी जाएगी।
डब्ल्यूएफआई ने पहले सालाना रॉयल्टी फीस पर पीडब्ल्यूएल को मेजबानी करने का अधिकार प्रोस्पोर्टिफाई को दिया था। लेकिन तब संकट खड़ा हो गया जब ज्यादातर प्रतिभागियों ने शिकायत की कि उन्हें कई साल से अपने टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) की जानकारी नहीं मिली।
डब्ल्यूएफआई ने भी यह दावा किया कि उसे तय रॉयल्टी नहीं मिली।
जून 2022 में डब्ल्यूएफआई ने 30 करोड़ रुपये का भुगतान करके लीग का पूरा मालिकाना हक हासिल करने के लिए प्रोस्पोर्टिफाई के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किए।
लीग के नए चेयरमैन और प्रमोटर दयान फारूकी ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष संजय सिंह के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘सभी अधिकार ओनएनओ मीडिया को दिए गए हैं। हमने अतीत से सबक सीखा है, डब्ल्यूएफआई भुगतान पर नियंत्रण रखेगा। जो कोई भी मुकाबला करना चाहता है, वह आगे आ सकता है, किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। ’’
डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह भी इस मौके पर मौजूद थे जिन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे।
बृज भूषण ने कहा, ‘‘लीग चलाने में मेरी कोई भूमिका नहीं है। मुझे डब्ल्यूएफआई ने आमंत्रित किया था इसलिए मैं यहां आया हूं। डब्ल्यूएफआई में मेरी कोई आधिकारिक भूमिका नहीं है लेकिन मैं एक खेल प्रेमी हूं और कोई भी मुझसे यह हक नहीं छीन सकता। ’’
लीग के सीईओ अखिल गुप्ता ने कहा, ‘‘यह पहला सत्र है तो हम दिल्ली में एक ही स्थल रखेंगे और अगले सत्र से इसे दूसरे शहरों में ले जा सकते हैं। हम अब भी फ्रेंचाइजी के लिए कॉर्पोरेट्स और अन्य से बात कर रहे हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय पहलवानों से पहले ही संपर्क किया जा चुका है। ’’
लीग 18 दिन तक चलेगी और छह में से हर टीम में नौ पहलवान होंगे जिसमें चार महिलाएं शामिल होंगी। सभी टीमों में पांच भारतीय और चार विदेशी पहलवान हो सकते हैं।
हर टीम के पास दो करोड़ रुपये का पर्स होगा और लीग की तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।
भाषा नमिता