अन्नाद्रमुक से निष्कासन को चुनौती देने के लिए अदालत का रुख करेंगे पूर्व मंत्री सेनगोट्टैयन
यासिर सुभाष
- 01 Nov 2025, 05:14 PM
- Updated: 05:14 PM
ईरोड (तमिलनाडु), एक नवंबर (भाषा) पूर्व मंत्री के. ए. सेनगोट्टैयन ने शनिवार को कहा कि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) महासचिव एडप्पादी पलानीस्वामी द्वारा उन्हें पार्टी से निष्कासित करने के फैसले को चुनौती देने के लिए वह अदालत का रुख करने पर वकीलों से चर्चा करेंगे।
इस बीच, पार्टी महासचिव पलानीस्वामी ने शनिवार को कहा कि वरिष्ठ नेता सेनगोट्टैयन को पार्टी की छवि खराब करने के कारण निष्कासित करने का फैसला अन्नाद्रमुक की आम परिषद ने सर्वसम्मति से लिया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला अंतिम और बाध्यकारी है।
गोबिचेट्टीपलायम के पास कुल्लमपलायम स्थित अपने ‘फार्महाउस’ पर पत्रकारों से बात करते हुए सेनगोट्टैयन ने कहा, ‘‘अन्नाद्रमुक के एक ‘अस्थायी महासचिव’ ने मुझे उस पार्टी से निष्कासित कर दिया, जिसका मैं 53 वर्षों से सदस्य रहा और उन्होंने 30 अक्टूबर को पासुमपोन में ओपीएस (ओ पन्नीरसेलवम) और अन्य लोगों से बात करने के बारे में कोई स्पष्टीकरण भी नहीं मांगा।’’
सेनगोट्टैयन नौ बार के विधायक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं निष्कासन से पूरी तरह व्यथित और बहुत दुखी हूं। मुझे शुक्रवार की रात नींद नहीं आई, क्योंकि मैं एमजीआर द्वारा पार्टी के गठन के समय से ही अन्नाद्रमुक का सदस्य रहा हूं। पलानीस्वामी ने एक तानाशाह की तरह व्यवहार करते हुए पार्टी के नियमों का उल्लंघन किया और मुझे निष्कासित कर दिया। जल्द ही मैं वकीलों से चर्चा करूंगा तथा मुझे निष्कासित कर पार्टी के नियमों का उल्लंघन करने के लिए पार्टी महासचिव के खिलाफ मुकदमा दायर करूंगा।’’
इससे पहले सेनगोट्टैयन ने दावा किया कि 2021 से चुनावों में अन्नाद्रमुक की लगातार हार के लिए पलानीस्वामी जिम्मेदार हैं। उन्होंने पन्नीरसेल्वम जैसे निष्कासित नेताओं को पार्टी में फिर से शामिल करने पर भी जोर दिया।
पलानीस्वामी ने संकेत दिया कि सेनगोट्टैयन को सत्तारूढ़ द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की ‘बी टीम’ के रूप में गुप्त रूप से काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि सेनगोट्टैयन पिछले छह महीने से पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं।
पलानीस्वामी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सेनगोट्टैयन ने अथिकादावु अविनाशी परियोजना पर आयोजित मेरे अभिनंदन समारोह का बहिष्कार किया और कहा था कि उनके गृह जिले इरोड में किसानों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पार्टी नेताओं -- एमजीआर और जयललिता की कोई तस्वीर नहीं थी।’’
भाषा
यासिर