हरीश रावत ने भाजपा पर इंदिरा गांधी की शहादत को कमतर दिखाने का आरोप लगाया
दीप्ति राजकुमार
- 31 Oct 2025, 10:12 PM
- Updated: 10:12 PM
(फाइल फोटो के साथ)
देहरादून, 31 अक्टूबर (भाषा) वरिष्ठ कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक स्वार्थ के चलते पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बलिदान को कमतर दिखाने की कोशिश कर रही है ।
रावत ने यहां 'पीटीआई-वीडियो' से एक बातचीत में कहा कि भारतीय इतिहास में सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी--तीनों का अपना-अपना योगदान है तथा सभी महापुरुष हैं।
उन्होंने कहा, “जब आप अपने ऐतिहासिक व्यक्तित्वों को एक-दूसरे से टकराने की कोशिश करते हैं, तो देश का सम्मान घटता है।”
रावत ने कहा कि राज्यों के एकीकरण में सरदार पटेल की अहम भूमिका रही, जबकि नेहरू के साथ मिलकर उन्होंने भारत के संविधान की नींव रखने में बड़ी जिम्मेदारी निभाई।
इंदिरा गांधी के योगदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “इंदिरा जी के नेतृत्व में देश ने हरित क्रांति, श्वेत क्रांति और नील क्रांति का अनुभव किया। उन्होंने देश को आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ाया।”
रावत ने 1971 के भारत-पाक युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि जब उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन का फोन उठाने से इनकार किया और सातवें बेड़े को बंगाल की खाड़ी से लौटना पड़ा, तो इससे भारत के राष्ट्रीय स्वाभिमान को नए पंख मिले ।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश की अखंडता और एकता के लिए बलिदान दिया। रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा सत्ता के राजनीतिक स्वार्थ के लिए इंदिरा गांधी के योगदान को कमतर दिखाने की कोशिश कर रही है।
रावत ने कहा, “अगर आप सरदार पटेल के व्यक्तित्व को सामने रखकर इंदिरा गांधी के बलिदान को छोटा दिखाने की कोशिश करते हैं, तो इससे पटेल की महानता भी कम होती है। सरदार पटेल इंदिरा गांधी के लिए भी उतने ही आदरणीय थे जितनी इंदिरा गांधी हमारे लिए हैं।”
हांलांकि, उन्होंने कहा कि ऐसा करके भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति तो कर लेगी लेकिन इससे देश, समाज और भारतीयता का हित नहीं होगा ।
इससे पहले, रावत ने देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा,‘‘ जिन्हें दुनिया भर के कई उच्च कोटि के सर्वेक्षणों में सर्वकालीन, सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्री स्वीकार किया गया हो, जिन्हें आज भी प्रत्येक शोषित, पीड़ित, गरीब अपना संरक्षक मानता है, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और कर्तृत्व से एक लौह महिला की छवि पायी, एक ऐसी महिला, जिसका हृदय हमेशा ममत्व से भरा रहा, जिसे झुकाने की किसी में ताक़त नहीं है, जिसको झुकाने में अमेरिका के राष्ट्रपति निक्सन भी विफल हो गए, वह मां सदृश्य श्रीमती इंदिरा गांधी जी आज ही शहीद हुई थीं।'
रावत ने कहा कि देश की एकता और अखंडता की सोच को आगे बढ़ाने और उसकी रक्षा करने के अपने कर्तव्य की बेदी पर शहीद हो गयी इंदिरा गांधी के बलिदान को यह देश कभी नहीं भूलेगा।
भाषा दीप्ति