रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी के लिए की उप्र सरकार की सराहना
सं. सलीम अमित
- 30 Oct 2025, 07:37 PM
- Updated: 07:37 PM
बस्ती (उप्र), 30 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रमुख एवं केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने उत्तर प्रदेश में गन्ने के राज्य परामर्शी मूल्य (एसएपी) में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी करने पर राज्य सरकार की सराहना करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यह फैसला किसानों के कल्याण के प्रति सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की संकल्पबद्धता को दिखाता है।
बस्ती जिले के दौरे पर आए चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ''योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किसानों या किसान संगठनों की किसी मांग या आंदोलन के बिना ही गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी का फैसला लिया है। इससे साफ पता चलता है कि राजग सरकार किसानों के हित में काम कर रही है।''
चौधरी ने कहा, ''सरकार के फैसले से किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के दिल में जो था उसे उनके कहने से पहले ही पूरा कर दिया है। भाजपा के पिछले कार्यकाल में किसी भी मुख्यमंत्री ने एक साथ इतनी बड़ी मात्रा में गन्ने का दाम नहीं बढ़ाया था।''
लोकसभा चुनाव के दौरान दिये गये एक नारे को याद करते हुए चौधरी ने कहा, ''उस समय नारा था कि अबकी बार 400 पार। मैंने कहा था कि अगर राजग सरकार तीसरी बार वापस आई, तो गन्ने का दाम भी 400 पार कर जाएगा और आज वह वादा पूरा हो गया है।''
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को गन्ना किसानों को बड़ी राहत देते हुए पेराई सत्र 2025-26 के लिए गन्ना के राज्य परामर्शी मूल्य में 30 रुपये की रिकार्ड वृद्धि की है। अब किसानों को गन्ने की अगैती किस्म के लिए 400 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य किस्म के लिए 390 रुपये प्रति क्विंटल कीमत मिलेगी।
चौधरी ने गन्ना मूल्य वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार का शुक्रिया अदा किया और कहा कि इस बढ़ोत्तरी से किसानों को सीधे तौर पर लगभग तीन हजार करोड़ रुपये का फायदा होगा।
चौधरी ने कहा, ''किसानों को आज एहसास हो रहा है कि यह सरकार सच में उनकी है।''
खराब मौसम की वजह से चौधरी की सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर वाल्टरगंज के नारंग इंटर कॉलेज में होने वाली एक जनसभा टाल दी गई। चौधरी ने इसके बजाय बस्ती के सर्किट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि पारंपरिक रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मजबूत रहा रालोद अब राज्य के पूर्वी हिस्से में अपना जनाधार बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है।
भाषा सं. सलीम