केएसटीडीसी के वायनाड को बढ़ावा देने को लेकर भाजपा ने सिद्धरमैया पर निशाना साधा
तान्या नरेश
- 30 Oct 2025, 06:00 PM
- Updated: 06:00 PM
बेंगलुरु, 30 अक्टूबर (भाषा) कर्नाटक राज्य पर्यटन विकास निगम को सोशल मीडिया पोस्ट में पड़ोसी राज्य केरल के वायनाड को पर्यटन स्थल के रूप में प्रमोट करने पर विपक्षी भाजपा की आलोचना झेलनी पड़ी है। भाजपा ने मुख्यमंत्री सिद्दरमैया पर आरोप लगाते हुए इसे ‘कुर्सी बचाने के लिए हाईकमान की खुशामद’ करार दिया।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वायनाड से सांसद हैं।
केएसटीडीसी ने 28 अक्टूबर को 'एक्स' पर अपने दो रात और तीन दिन के टूर पैकेज को प्रमोट करते हुए लिखा था,“रोमांच या सुकून की तलाश? दोनों पाएं वायनाड में! केएसटीडीसी के साथ सुंदर ट्रेकिंग पथों पर चलें, झरनों का आनंद लें और वन्य जीव से मिलें! हर तरह से पूर्ण प्राकृतिक स्थल में आपका इंतजार है!”
पर्यटन मंत्री एच. के. पाटिल ने कहा कि उन्होंने केएसटीडीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर से स्पष्टीकरण मांगा है और उसके आधार पर आगे कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, "यह क्यों किया गया, विज्ञापन एजेंसी ने ऐसा क्यों किया, मुझे पूरी जानकारी चाहिए।"
केएसटीडीसी के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने सिद्दरमैया से पूछा कि कर्नाटक कब तक ऐसे मुख्यमंत्री को बर्दाश्त करेगा जो "वायनाड के जिलाधिकारी और फंडरेजर" की तरह व्यवहार कर रहा है।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा, "आपने (सिद्दरमैया) कर्नाटक के करदाताओं के 10 करोड़ रुपये वायनाड को तुरंत मंजूर किए। हाथी के हमले में मारे गए व्यक्ति के परिवार को 15 लाख रू दिए। भूस्खलन के बाद वायनाड में 100 घर बनाने की घोषणा की। केएसटीडीसी का इस्तेमाल वायनाड पर्यटन को प्रमोट करने के लिए किया गया- प्रियंका गांधी का निर्वाचन क्षेत्र।"
अशोक ने आगे कहा कि उत्तरी कर्नाटक में बाढ़ आई, किसानों की फसल बर्बाद हुई, घर ढह गए, 12.5 लाख हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई, लेकिन मुआवजा अभी भी फाइलों और सर्वे में फंसा हुआ है।
उन्होंने पूछा, "कलबुर्गी, रायचूर, यादगिर, बीदर, विजयपुर, बागलकोट और बेलगावी के किसानों को मुआवजा और राहत कहां है? प्राथमिकताएं कहां हैं?"
मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए अशोक ने कहा, “आप अपने राज्य के आपदा-ग्रस्त किसानों की तुलना में दूसरे राज्य को पैसे तेजी से भेज रहे हैं। यह दान नहीं है, बल्कि कुर्सी बचाने के लिए हाईकमान की खुशामद है।”
उन्होंने कहा, "कर्नाटक को ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत नहीं है जो फर्जी गांधी परिवार के आगे झुकता हो, हमारे धन को हाई कमांड के एटीएम की तरह खर्च करता हो और अपने राज्य के किसानों को भूल जाए। हमने कर्नाटक का मुख्यमंत्री चुना है, दिल्ली की कठपुतली या वायनाड का ब्रांड एंबेसडर नहीं।"
पूर्व मंत्री और भाजपा नेता सी.टी. रवि ने कहा कि केएसटीडीसी, जो कर्नाटक में पर्यटन विकसित करने के लिए है, कन्नाड़िगों को वायनाड बुला रहा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, "क्या वायनाड कर्नाटक का हिस्सा है? या केएसटीडीसी केरल बन गया है? कांग्रेस सरकार प्रियंका गांधी को खुश करने के लिए प्रदेश की प्रतिष्ठा दांव पर लगा रही है।"
भाषा तान्या