सकारात्मक संकेतों से रुपया आठ पैसे चढ़कर 88.08 प्रति डॉलर पर
प्रेम अजय
- 16 Sep 2025, 04:24 PM
- Updated: 04:24 PM
मुंबई, 16 सितंबर (भाषा) अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता के पटरी पर लौटने की उम्मीदें बढ़ने से मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे मजबूत होकर 88.08 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि सकारात्मक घरेलू बाजारों और कमजोर डॉलर के कारण रुपये में मजबूती आई। अमेरिकी डॉलर फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक और निराशाजनक आर्थिक आंकड़ों से पहले दो महीने के निचले स्तर पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 88.05 के भाव पर खुला और कारोबार के दौरान 88.16 के निचले और 88.01 के उच्च स्तर को छुआ। कारोबार के अंत में यह 88.08 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से आठ पैसे अधिक है।
सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे बढ़कर 88.16 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक (मुद्रा एवं जिंस) अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिका से आए निराशाजनक आर्थिक आंकड़ों और कमजोर श्रम बाजार के बीच अमेरिकी डॉलर में व्यापक कमजोरी के कारण हमारा मानना है कि रुपया मजबूत बना रहेगा। मौजूदा हालात में फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं।’’
चौधरी ने कहा कि बाजार ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत कटौती की उम्मीद कर रहा है और निवेशक आगे के दिशानिर्देशों के लिए फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल के भाषण पर नजर रखेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व की नरम रुख वाली टिप्पणी डॉलर को और भी नीचे ला सकती है, जबकि एक आक्रामक रुख डॉलर को मजबूती दे सकता है।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘इस सप्ताह एफओएमसी बैठक के फैसले से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं। डॉलर/रुपये की हाजिर कीमत 87.75 से 88.30 के बीच रहने की उम्मीद है।’’
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.26 प्रतिशत टूटकर 97.04 पर आ गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.25 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 594.95 अंक चढ़कर 82,380.69 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 169.90 अंक बढ़कर 25,239.10 अंक पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,268.59 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।
इस बीच, भारत और अमेरिका के मुख्य वार्ताकारों ने निर्यातकों के लिए अनिश्चितता पैदा करने वाले भारी शुल्कों के मद्देनजर मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रस्तावित व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू कर दी है।
अमेरिका के दक्षिण एवं पश्चिम एशिया के लिए सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच अमेरिकी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल भारत के मुख्य वार्ताकार हैं।
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