विपक्षी दलों ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के खिलाफ प्रदर्शन किया
शफीक पारुल
- 14 Sep 2025, 10:24 PM
- Updated: 10:24 PM
(तस्वीरों के साथ)
मुंबई, 14 सितंबर (भाषा) विपक्षी दलों ने रविवार को दुबई में हो रहे भारत-पाकिस्तान एशिया कप क्रिकेट मैच के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन किया, नारे लगाए और लोगों से मैच का बहिष्कार करने का आग्रह किया।
महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और जम्मू-कश्मीर में शिवसेना (उबाठा) के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन हुए, जबकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया। दक्षिण भारत में, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए पूछा कि क्या मैच से कमाया गया पैसा पहलगाम में मारे गए लोगों की जान से बढ़कर है।
पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान रविवार को दुबई में क्रिकेट के मैदान में आमने-सामने हैं। यह दोनों देशों के बीच मई में हुए सैन्य टकराव के बाद पहला क्रिकेट मुकाबला है। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ढांचे पर हमले किए थे।
कई विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए इस मैच को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और सीमा पर शहीद हुए भारतीय जवानों का अपमान बताया।
भाजपा और केंद्र पर निशाना साधते हुए, शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत ने सत्तारूढ़ पार्टी के ‘‘राष्ट्रवाद और देश प्रेम’’ पर तंज कसा।
राउत ने कहा, ‘‘इसका (भाजपा का) हिंदुत्व एक तमाशा है। अतीत में, भारत ऐसे क्रिकेट मैचों से पीछे हटता रहा है। शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे का मैच का बहिष्कार करने का आह्वान केवल महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में गूंज रहा है।’’
‘आप’ के विरोध का जिक्र करते हुए राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि पार्टी ने उन रेस्तरां के नाम सार्वजनिक करने का संकल्प लिया है, जो मैच दिखाएंगे और ऐसे रेस्तरां का बहिष्कार करने का आह्वान किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘जिन रेस्तरां में (भारत-पाकिस्तान) क्रिकेट मैच दिखाया जाएगा, उनके नाम सार्वजनिक किए जाएंगे। महाराष्ट्र में भी यही चीज अपनाई जाएगी।’’
राउत ने दावा किया कि भाजपा के मंत्री आशीष शेलार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मोहसिन नकवी के अधीन काम करते हैं, जो एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष हैं।
राउत ने कहा कि शेलार को नैतिक आधार पर एसीसी से इस्तीफा दे देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे जीवित होते, तो ये मैच नहीं होता।
शिवसेना (उबाठा) के सचिव और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य मिलिंद नार्वेकर ने दावा किया कि मैच पर फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंधेरे में रखकर लिया गया था।
शिवसेना (उबाठा) ने पुणे, ठाणे और राज्य के अन्य स्थानों पर भी विरोध-प्रदर्शन किया।
पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच के बहिष्कार का आह्वान किया।
असावरी ने कहा, ‘‘मुझे उन लोगों के लिए भारी शर्मिंदगी महसूस हो रही है, जो खेलने के लिए तैयार हैं, जो खेल का आयोजन कर रहे हैं, और जो इस शाम को जयकारे लगा रहे हैं, वे पहलगाम हमले, सैनिकों के बलिदान और वर्षों से हुए ऐसे अनगिनत हमलों को भूल रहे हैं।’’
उद्धव ने शनिवार को मुंबई में संवाददाताओं से कहा था कि दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान है। उन्होंने लोगों से मैच न देखने की अपील की थी और कहा था कि उनकी पार्टी की महिला कार्यकर्ता सिंदूर इकट्ठा कर प्रधानमंत्री कार्यालय भेजेंगी।
शिवसेना (उबाठा) नेता और मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इन वस्तुओं (सिंदूर और विवाहित महिलाओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अन्य वस्तुएं) को आधिकारिक माध्यम से, डाक के माध्यम से, न केवल मुंबई से, बल्कि पूरे महाराष्ट्र से प्रधानमंत्री कार्यालय भेजेंगे।’’
‘आप’ की महिला कार्यकर्ताओं ने रविवार को दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन किया और लोगों से भारत-पाकिस्तान एशिया कप क्रिकेट मैच का बहिष्कार करने का आग्रह किया।
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पाकिस्तान के साथ मैच खेलना देश के साथ गद्दारी है और हर भारतीय इससे बहुत नाराज है।’’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच से पहले भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों की जान की कीमत ज्यादा है या मैच से हुई कमाई की।
उन्होंने शनिवार देर रात हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते, आतंक और बातचीत साथ-साथ मुमकिन नहीं है।
ओवैसी ने कहा, “बीसीसीआई को एक क्रिकेट मैच से कितना पैसा मिलेगा, 2,000 करोड़ रुपये, 3,000 करोड़ रुपये? हमें बताएं कि हमारे 26 नागरिकों की जान की कीमत ज्यादा है या मैच से होने वाली कमाई की? भाजपा को हमें (पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने के फैसले पर) इस बारे में बताना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा ‘देश भक्ति’ की बात करती है, लेकिन जब क्रिकेट मैचों की बात आती है, तो वह रुख बदल लेती है।
वहीं, शिवसेना (उबाठा) पर पलटवार करते हुए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘‘कुछ लोग देश के प्रति नकली देशभक्ति और अवसरवादी प्रेम का प्रदर्शन करते हैं। सशस्त्र बल और प्रधानमंत्री मोदी ‘सिंदूर’ की रक्षा के लिए हैं।’’
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा, ‘‘हमने अपने दुश्मनों को चेतावनी दी है कि हम ऐसा (आतंकी हमला) कुछ भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
इस बात पर जोर देते हुए कि खेलों की अपनी व्यवस्था होती है, मनोहर लाल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि भारत को पड़ोसी के साथ स्थायी रूप से दुश्मनी बनाए रखनी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम स्पष्ट हैं कि आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्हें (पाकिस्तान को) पीओके वापस करना होगा। अगर पाकिस्तान इसके लिए सहमत होता है, तो हमें एक-दूसरे के साथ अच्छे संबंध रखने में कोई समस्या नहीं है।’’
भाषा शफीक