अनुचित साधन अपनाने पर अभ्यर्थियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा: एसएससी
नेत्रपाल पवनेश
- 11 Sep 2025, 08:42 PM
- Updated: 08:42 PM
नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने अभ्यर्थियों को चेतावनी दी है कि अनुचित साधनों का उपयोग करने का कोई भी प्रयास करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें भर्ती परीक्षाओं से वंचित करना भी शामिल है।
इसने एक परामर्श में कहा कि परीक्षा से वंचित अभ्यर्थियों का विवरण एसएससी की वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया गया है तथा पारदर्शिता के हित में इसे प्रकाशित किया जाता रहेगा।
आयोग ने कहा, ‘‘कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) अपनी परीक्षाओं में कदाचार के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की सख्त नीति रखता है।’’
इसने कहा, ‘‘अभ्यर्थियों को आगाह किया जाता है कि अनुचित साधनों का उपयोग करने के किसी भी प्रयास पर सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी और आवेदन रद्द करने तथा वर्तमान और भविष्य की परीक्षाओं से रोकने जैसे प्रशासनिक उपाय किए जाएंगे।’’
आयोग ने कहा कि ऐसे मामलों का पता लगाने के लिए ‘‘उन्नत प्रौद्योगिकीय समाधान’’ लाए गए हैं, जहां कंप्यूटर आधारित परीक्षाओं में किसी भी परीक्षा नोड को रिमोट कंट्रोल पर लिया जाता है।
दस सितंबर को जारी परामर्श में कहा गया कि पंजीकरण के चरण में आधार सत्यापन, स्थानीय स्तर पर प्राप्त बायोमेट्रिक्स और प्रवेश तथा निकास पर चेहरे की पहचान का उपयोग फर्जी अभ्यर्थियों की पहचान के लिए किया जाता है।
एसएससी ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे और एआई-आधारित एनालिटिक्स ‘‘परीक्षा हॉल में चिट पास करने/अनुचित सहायता’’ का पता लगाने के लिए सक्रिय रूप से निगरानी करते हैं।
इसने कहा कि किसी भी परीक्षा के दौरान, जब भी तकनीकी समाधानों द्वारा ऐसी किसी गड़बड़ी का पता चलता है, तो यह संभव है कि निरीक्षकों द्वारा अभ्यर्थी की परीक्षा में बाधा न डाली जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी गतिविधियों से ईमानदारी से परीक्षा दे रहे ईमानदार अभ्यर्थियों को परेशानी न हो।
परामर्श में कहा गया, ‘‘लेकिन, बाद में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के आधार पर ऐसे कदाचार में लिप्त अभ्यर्थियों को अंक नहीं दिए जाएंगे और निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से उन्हें परीक्षा से वंचित करने की कार्रवाई की जाएगी।’’
अभ्यर्थियों से कहा गया है कि वे परीक्षा के दौरान ‘‘दूसरे अभ्यर्थियों से बात न करें और न ही उनके कंप्यूटर में झांकें’’। उन्हें आधार बायोमेट्रिक्स ‘लॉक’ न करने के लिए भी कहा गया है क्योंकि ‘‘विभिन्न चरणों में बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य है’’।
एसएससी ने कहा, ‘‘सभी अभ्यर्थियों को एक बार फिर चेतावनी दी जाती है कि वे किसी भी तरह के कदाचार में शामिल न हों। आयोग निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
भाषा
नेत्रपाल