गुजरात विधानसभा ने ऑपरेशन सिंदूर और जीएसटी सुधारों पर मोदी को बधाई दी
सुरेश नरेश
- 09 Sep 2025, 06:13 PM
- Updated: 06:13 PM
गांधीनगर, नौ सितंबर (भाषा) गुजरात विधानसभा ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किये गये ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सशस्त्र बलों को बधाई देते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया।
सदन ने एक अन्य प्रस्ताव भी पारित किया, जिसमें कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के समर्थन से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में सुधारों के लिए भी प्रधानमंत्री को बधाई दी गई।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इसके बाद सात मई को सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के खिलाफ यह सैन्य अभियान आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष में एक निर्णायक और ऐतिहासिक पड़ाव है।
पटेल ने सदन को बताया, ‘‘हम प्रधानमंत्री मोदी और सशस्त्र बलों को ऑपरेशन सिंदूर के जरिये देशद्रोही तत्वों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बधाई देते हैं। आतंकवादी धर्म के नाम पर निर्दोष लोगों को मारकर भारत में अशांति फैलाना चाहते थे, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने कार्रवाई की और सशस्त्र बलों को पूरी छूट दी।’’
उन्होंने यह भी कहा कि सेना ने हरी झंडी मिलते ही मात्र 22 मिनट में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों और हवाई अड्डों को नष्ट कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दुनिया ने पहली बार देखा कि 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' जैसे कार्यक्रमों ने देश के रक्षा क्षेत्र को कैसे बदल दिया है। अगर हमने पिछले दस वर्षों में मोदी के मार्गदर्शन में तैयारी न की होती, तो नुकसान का अंदाजा सहज लगाया जा सकता था। भारत में बने ड्रोन और मिसाइल ने आतंकवादी ढांचे को तेजी से खत्म किया।’’
पटेल ने कहा कि ऐसे मिशन तभी संभव होते हैं जब राजनीतिक इच्छाशक्ति हो।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सशस्त्र बलों ने 'मोदी है तो मुमकिन है' के नारे को हकीकत में बदला। यह सदन प्रधानमंत्री मोदी और सेना को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बधाई देता है।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शैलेश परमार ने केंद्र सरकार से पहलगाम हमले में नागरिकों की सुरक्षा में हुई ‘चूक’ स्वीकार करने को कहा।
परमार ने कहा, ‘‘पहलगाम में पांच आतंकवादियों ने 26 नागरिकों को मार डाला। यह चिंता का विषय है कि केंद्रीय खुफिया ब्यूरो जम्मू-कश्मीर जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल में आतंकवादियों की उपस्थिति का पता लगाने में नाकाम रही। अगर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का श्रेय लिया जा रहा है, तो असफलता की जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए।’’
भाजपा के वरिष्ठ विधायक पूर्णेश मोदी ने परमार के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पूर्ववर्ती सरकारों ने 2004 से 2014 तक वोट बैंक की राजनीति के चलते आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कदम नहीं उठाए।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के शासनकाल में भारत में बम धमाके और आतंकवादी हमले आम थे, लेकिन तब की सरकार ने पाकिस्तान को कोई जवाब नहीं दिया। वोट बैंक की राजनीति के कारण केंद्र सरकार कड़े कदम उठाने से बचती थी। कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक की प्रामाणिकता पर भी सवाल उठाए, जिससे पाकिस्तान के इरादे मजबूत हुए।’’
चर्चा के बाद, प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। वित्त मंत्री कनुभाई देसाई द्वारा पेश जीएसटी सुधारों पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देने वाला प्रस्ताव भी कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के समर्थन से सर्वसम्मति से पारित हुआ।
भाषा सुरेश