आईटी शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स 314 अंक चढ़ा, निफ्टी भी मजबूत
प्रेम अजय
- 09 Sep 2025, 05:30 PM
- Updated: 05:30 PM
मुंबई, नौ सितंबर (भाषा) सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों में लिवाली और अमेरिका में नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद से शेयर बाजार में मंगलवार को तेजी रही। बीएसई सेंसेक्स 314 अंक के लाभ में रहा, जबकि एनएसई निफ्टी में 95 अंक की बढ़त रही।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन बढ़त में रहा और 314.02 अंक यानी 0.39 प्रतिशत चढ़कर 81,101.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 394.07 अंक तक चढ़ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित सूचकांक निफ्टी 95.45 अंक यानी 0.39 प्रतिशत बढ़कर 24,868.60 अंक पर पहुंच गया। यह लगातार पांचवा कारोबारी सत्र है जब निफ्टी में बढ़त दर्ज की गई।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से देश की दूसरी बड़ी आईटी सेवा कंपनी इन्फोसिस के शेयर में 5.03 प्रतिशत की तेजी रही। कंपनी ने कहा कि उसका निदेशक मंडल 11 सितंबर को इक्विटी शेयर की पुनर्खरीद के प्रस्ताव पर विचार करेगा।
इसके अलावा टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और बजाज फिनसर्व के शेयरों में भी तेजी बनी रही।
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में ट्रेंट, इटर्नल, अल्ट्राटेक सीमेंट और एनटीपीसी शामिल हैं।
लाइवलॉन्ग वेल्थ के संस्थापक एवं शोध विश्लेषक हरिप्रसाद के. ने कहा, ‘‘शेयर पुनर्खरीद के बारे में इन्फोसिस के विचार करने की घोषणा से आईटी शेयरों में तेजी का रुख रहा और इसके दम पर बाजार चढ़कर बंद हुआ।’’
ऑनलाइन ट्रेडिंग फर्म एनरिच मनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पोन्मुडी आर. ने कहा, ‘‘आईटी शेयरों में निवेशक धारणा सकारात्मक रहने से यह क्षेत्र सबसे आगे रहा। इन्फोसिस की घोषणा के बाद आईटी शेयरों में आए उछाल को अमेरिका में ब्याज दर की संभावित कटौती से भी समर्थन मिला।’’
व्यापक बाजार में छोटी कंपनियों का बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.22 प्रतिशत की बढ़त में रहा जबकि मझोली कंपनियों का मिडकैप 0.20 प्रतिशत चढ़ा।
क्षेत्रवार सूचकांकों में केंद्रित आईटी खंड सर्वाधिक 2.89 प्रतिशत चढ़ गया जबकि आईटी खंड में 2.76 प्रतिशत और प्रौद्योगिकी खंड में 2.18 प्रतिशत की तेजी रही। वहीं तेल एवं गैस, रियल्टी, ऊर्जा खंड में गिरावट रही।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘जीएसटी दरों में बदलाव की घोषणा के बाद वाहन कंपनियों के शेयरों में आए उछाल के बाद मुनाफावसूली हावी हो गई। वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच बाजार धारणा एक दायरे में ही रहने की संभावना है।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में रहे, जबकि जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट में गिरावट रही।
यूरोपीय बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख रहा। सोमवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 2,170.35 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,014.30 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.80 प्रतिशत बढ़कर 66.55 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
सेंसेक्स सोमवार को 76.54 अंक चढ़ा था जबकि निफ्टी में 32.15 अंक की तेजी रही थी।
भाषा
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