शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर कई अनूठी सुरक्षा प्रबंध, गड़बड़ी की कोई आशंका नहीं : डब्ल्यूबीएसएससी
धीरज माधव
- 06 Sep 2025, 10:35 PM
- Updated: 10:35 PM
कोलकाता, छह सितंबर (भाषा)पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) ने शनिवार को दावा किया कि सात और 14 सितंबर को होने वाली एसएलएसटी परीक्षा के दौरान किसी भी गड़बड़ी का पता लगाने के लिए प्रश्नपत्रों में कई अनूठी सुरक्षा विशेषताएं जोड़ी गई हैं। इस परीक्षा में करीब 5.65 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने की उम्मीद है।
डब्ल्यूबीएसएससी द्वारा शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली स्कूल स्तरीय चयन परीक्षा (एसएलएसटी) सात और 14 सितंबर को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के जरिये कक्षा 9-10 और 11-12 के लिए 35,726 शिक्षण पद भरे जाएंगे।
आगामी परीक्षाओं में एक भी ‘दागी’ उम्मीदवार को बैठने की अनुमति न मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए उच्चतम न्यायालय के पूर्व निर्देश के मद्देनजर, डब्ल्यूबीएसएससी ने 2016 एसएलएसटी परीक्षा के आधार पर चयनित और अब बेरोजगार हुए लगभग 26,000 शिक्षण और गैर-शिक्षण उम्मीदवारों में से 1,806 ‘दागी’ शिक्षकों की सूची की घोषणा की।
उच्चतम न्यायालय ने अप्रैल में अपने आदेश में 2016 की पूरी भर्ती प्रक्रिया को ‘दागदार और दूषित’ करार दिया था।
डब्ल्यूबीएसएससी के अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार ने आयोग के मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा, ‘प्रत्येक प्रश्न पत्र में विशिष्ट पहचान सुरक्षा विशेषताएं शामिल की जाएंगी, जिससे प्रत्येक अभ्यर्थी की पहचान की जा सकेगी और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की स्थिति में निगरानी कक्ष में अलर्ट के माध्यम से तुरंत पता चल जाएगा, जहां संबंधित अभ्यर्थी की पहचान की जाएगी और उचित अनुवर्ती कदम उठाए जाएंगे।’’
एक अधिकारी ने बताया कि मुख्य सचिव मनोज पंत ने राज्य भर में व्यवस्थाओं की समीक्षा की और सभी जिलाधिकारियों को पूरी तत्परता से पूरी प्रक्रिया की निगरानी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि समीक्षा बैठक के दौरान पंत ने प्रत्येक जिले से तैयारियों और संभावित समस्या क्षेत्रों की पहचान के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी।
अधिकारी ने बताया कि उन्होंने परीक्षाओं को बिना किसी व्यवधान के संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और परीक्षा अधिकारियों के बीच समन्वय के महत्व को रेखांकित किया। बैठक में शिक्षा विभाग और मजूमदार के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘अभ्यर्थियों को और अधिक सहायता प्रदान करने के लिए, राज्य ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि वे परीक्षा के दिनों में निर्बाध परिवहन और आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करें, ताकि परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।’’
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि एक गिरोह एसएलएसटी उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र बेच रहा है।
मजूमदार ने शुभेंदु अधिकारी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘मैं राजनीतिक दलों के दावों पर टिप्पणी नहीं कर सकता। हम निश्चितता के साथ कह सकते हैं कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार किसी भी अवैध गतिविधि को रोकने के लिए सभी सुरक्षा उपाय किए गए हैं और हमें नियमों के किसी भी उल्लंघन की आशंका नहीं है। पहले चरण की परीक्षाएं समाप्त होने दीजिए, फिर आप देखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक अभ्यर्थी को परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले पूर्वाह्न 10 बजे केंद्रों पर पहुंचना होगा।
मजूमदार ने कहा कि कलम के अलावा, जो केंद्रों पर उपलब्ध होंगे, किसी भी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या मोबाइल फोन लाने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा स्थल के पर्यवेक्षकों और यहां तक कि एसएससी अधिकारियों को भी फोन के साथ परीक्षा हॉल के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी।
इस बीच, पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा कि सरकार भर्ती प्रक्रिया में सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी, साथ ही परीक्षा स्थलों पर उम्मीदवारों के लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
पश्चिम मेदिनीपुर पुलिस ने एक बयान में कहा कि एसएलएसटी उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र बेचे जाने के बारे में सोशल मीडिया पर कथित रूप से गलत सूचना फैलाने के आरोप में शुक्रवार को चंद्रकोना से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
भाषा धीरज