ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट में प्रज्ञानानंदा की नजरें कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह बनाने पर
सुधीर आनन्द
- 02 Sep 2025, 07:06 PM
- Updated: 07:06 PM
समरकंद (उज्बेकिस्तान), दो सितंबर (भाषा) भारत के शीर्ष रैंकिंग वाले ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा बुधवार से शुरू हो रहे फिडे ग्रैंड स्विस में कड़े प्रतिद्वंद्वियों को मात देकर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट 2026 में अपनी जगह पक्की करने के इरादे से उतरेंगे।
इस 11 दौर के टूर्नामेंट में ओपन वर्ग में कुल छह लाख 25 हजार डॉलर और महिला वर्ग में दो लाख 30 हजार डॉलर की पुरस्कार राशि दांव पर लगी होगी। इस टूर्नामेंट में ओपन और महिला वर्ग में शीर्ष दो खिलाड़ी कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करेंगे।
प्रज्ञानानंदा ने 2025 के प्रदर्शन श्रेणी क्वालीफायर में अच्छी बढ़त हासिल कर ली है और कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है।
कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में कुल आठ खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। एक खिलाड़ी 2024 और 2025 में फिडे सर्किट में अपने प्रदर्शन के आधार पर क्वालीफाई करेगा, दो खिलाड़ी ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट से, तीन खिलाड़ी इस साल अक्टूबर-नवंबर में गोवा में होने वाले विश्व कप से और छह महीने के उच्चतम रेटिंग औसत के आधार पर दो खिलाड़ी क्वालीफाई करेंगे।
अमेरिका के फाबियानो करुआना 2024 में अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत पहले ही कैंडिडेट्स में जगह बना चुके हैं। प्रज्ञानानंदा ने मौजूदा वर्ष में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों पर लगभग अजेय बढ़त हासिल कर ली है और अगर सब कुछ सही रहा तो उनका क्वालीफाई करना भी लगभग तय है।
विश्व चैंपियन डी गुकेश भी प्रतियोगिता में भाग लेंगे लेकिन इससे प्रज्ञानानंदा की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
विश्व चैंपियन के रूप में ग्रैंड स्विस में गुकेश की उपस्थिति दुर्लभ है और यह बड़ी प्रतियोगिताओं में खुद को साबित करने की उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
अगर प्रज्ञानानंदा 2025 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी नहीं होते तो अर्जुन एरिगेसी कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह बनाने के और करीब होते। इस भारतीय खिलाड़ी के पास हालांकि खुद को योग्य दावेदार साबित करने के लिए अब भी कुछ और प्रतियोगिताएं हैं।
ग्रैंड स्विस 2023 के विजेता के रूप में पिछले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले विदित गुजराती को कुछ निराशाजनक प्रदर्शन के बाद यहां अपनी सर्वोच्च फॉर्म हासिल करने की जरूरत है।
ओपन वर्ग में पी हरिकृष्णा, निहाल सरीन और प्रणव वेंकटेश जैसे कई अन्य भारतीय खिलाड़ी हैं और वे इस कड़े टूर्नामेंट में कुछ अच्छे परिणामों की उम्मीद करेंगे।
हाल ही में महिला विश्व कप जीतने वाली दिव्या देशमुख ने ओपन वर्ग में खेलने का फैसला किया है और उन्हें वाइल्ड कार्ड दिया गया है।
दिव्या और कोनेरू हम्पी विश्व कप में अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत महिला कैंडिडेट्स के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी हैं। ये दोनों विश्व कप के खिताबी मुकाबले में आमने-सामने थीं।
हम्पी ने हालांकि ग्रैंड स्विस में नहीं खेलने का फैसला किया है क्योंकि इससे उनकी संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
महिला वर्ग में भारतीय चुनौती की अगुवाई डी हरिका करेंगी जिनके साथ पिछले सत्र की विजेता आर वैशाली और वंतिका अग्रवाल भी होंगी।
उद्घाटन समारोह बुधवार को होगा जिसके बाद ड्रॉ निकाला जाएगा और फिर पहला दौर बृहस्पतिवार को होगा।
भाषा सुधीर आनन्द