पंजाब बाढ़ : आप विधायक ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर साधा निशाना
रंजन माधव
- 01 Sep 2025, 10:28 PM
- Updated: 10:28 PM
पटियाला, एक सितंबर (भाषा) पंजाब में विनाशकारी बाढ़ के बीच, सनौर से सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी पर उनके अनुरोध के बावजूद नदियों, खासकर तंगरी नदी की सफाई और गाद निकालने जैसी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुये कहा है कि राज्य सरकार को लोगों की बात सुननी चाहिए, वरना वे ‘‘हमें पीटेंगे।’’
अपनी ही पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर हमला बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वह प्रशासन को दुरुस्त करने के बजाय पंजाब के विधायकों को ‘दबाने’ की कोशिश कर रहा है।
विधायक ने कहा कि उन्होंने पंजाब विधानसभा में कई बार यह मुद्दा उठाया, प्रतिनिधिमंडल भेजे और प्रमुख सचिव (जल संसाधन) कृष्ण कुमार से कई बार व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, लेकिन ‘एक भी सार्थक कदम नहीं उठाया गया’।
रविवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ आने पर पत्रकारों से बात करते हुए, पठानमाजरा ने नौकरशाहों पर निशाना साधा और कहा कि वह तंगरी नदी की सफाई और नदियों के किनारों को मजबूत करने के लिए नदियों के पास की मिट्टी के इस्तेमाल की अनुमति की मांग करते रहे हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
विधायक ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कृष्ण कुमार को तुरंत उनके पद से हटाने का आग्रह किया।
कुमार की ओर से आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
पिछले साल की गेहूं की फसल का जिक्र करते हुए, माजरा ने कहा कि उन्होंने विभाग से खास तौर पर नहरों में पानी न छोड़ने का आग्रह किया था, क्योंकि फ़सलें पक चुकी थीं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन कृष्ण कुमार ने इस अनुरोध को नज़रअंदाज़ कर दिया, जिससे भारी नुकसान हुआ।’’
पठानमाजरा ने कहा, ‘‘यह रवैया किसानों के प्रति पूरी तरह से असंवेदनशीलता दर्शाता है। मैं अपने लोगों के लिए बोलता हूं, भले ही इसके लिए मुझे अपनी पार्टी से निलंबित या सज़ा क्यों न भुगतनी पड़े।’’
विधायक ने कहा, ‘‘क्या कोई विधायक अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ बोलता है। वे (आप) या तो मुझे निलंबित कर देंगे या मेरे ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई करेंगे। लेकिन मैं डरा नहीं हूं। जनता मेरे साथ है।’’
विधायक ने कहा, ‘‘आप लोगों की सुनिए, कृष्ण कुमार की नहीं। लोगों ने हमें वोट दिया है, कृष्ण कुमार को नहीं। अगर हम लोगों की सुनेंगे तो हम पंजाब को बचा सकते हैं, वरना लोग हमें पीटेंगे।’’
सोमवार को पठानमाजरा ने दावा किया था कि उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस कार्रवाई का अंदेशा था।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कल ही अपने सुरक्षाकर्मियों से कह दिया था कि उन्हें वापस भेज दिया जाएगा। दिल्ली के (आप के) नेता सोचते हैं कि वे मुझे सतर्कता (कार्रवाई) या प्राथमिकी से डरा सकते हैं - लेकिन मैं कभी नहीं झुकूंगा। मैं अपने लोगों के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहूंगा।’’
उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से ‘‘आलाकमान के दबाव’’ से ऊपर उठने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘पूरा पंजाब आपके साथ खड़ा है। पंजाब के साथ एक आदमी की तरह खड़े रहिए, और हर विधायक आपका समर्थन करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं 1992 से राजनीति में हूं। मैं अपने लोगों को छोड़ने के लिए यहां नहीं हूं। यहां तक कि ‘चौकीदार’ की तैनाती के लिए भी हमें दिल्ली की मंज़ूरी लेनी पड़ती है, जो अस्वीकार्य है। पंजाब के विधायकों को अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुननी चाहिए और पंजाब के साथ खड़ा होना चाहिए।’’
भाषा रंजन