गुजरात: शाह ने ‘डायल 112’ योजना की शुरुआत की, ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया
जितेंद्र नरेश
- 31 Aug 2025, 10:01 PM
- Updated: 10:01 PM
गांधीनगर, 31 अगस्त (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को गुजरात सरकार की ‘डायल 112 आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) की शुरुआत की और कहा कि यह नए युग की ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ प्रणाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि अब सभी प्रकार की सुरक्षा संबंधी सेवा के लिए एक नंबर उपलब्ध होगा।
शाह ने कहा कि ‘डायल 112’ सेवा गुजरात के लोगों को विभिन्न प्रकार के टोल फ्री नंबरों से मुक्ति दिलाएगी, जैसे पुलिस के लिए 100, एम्बुलेंस के लिए 108, अग्निशमन के लिए 101, महिला सहायता के लिए 181, बाल सहायता के लिए 1058, आपदा के लिए 1070 और 1077, जो उन्हें भ्रमित करते थे।
शाह ने यह भी कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार के 11 वर्षों में भारत ने दुनिया को एक कड़ा संदेश दिया है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
शाह ने 31 मार्च, 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
शाह ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने देश के सबसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्यों में से एक गुजरात को एक अभेद्य किला बनाने का काम किया, जिसकी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों ने उपेक्षा की थी।
उन्होंने गुजरात सरकार के ‘डायल 112’ प्रणाली, समर्पित जन रक्षा वाहनों, पुलिस आवास निगम की 217 करोड़ रुपये की आवासीय और गैर-आवासीय इकाइयों का भी उद्घघाटन किया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अब से किसी भी प्रकार की सुरक्षा संबंधी सेवा फिर चाहे वह आपदा हो, बाल या महिला हेल्पलाइन हो, अग्निशमन सेवा हो या पुलिस सेवा ‘112 डायल’ कर बहुत ही कम समय में प्रदान की जा सकेगी।
उन्होंने कहा, “ इस परियोजना के तहत अहमदाबाद में राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र 24 घंटे चालू रहेगा और 150 सीटों की क्षमता वाला एक कॉल सेंटर हर पल सतर्क रहेगा तथा एकीकृत प्रणाली के माध्यम से इन सभी प्रकार की सेवाओं से जुड़ा रहेगा।”
शाह ने कहा कि ‘डायल 112’ जन रक्षा वैन सभी प्रकार की सुविधाओं जैसे ‘अलर्ट बार’, ‘पब्लिक एड्रेस सिस्टम’ और ‘लोकेशन ट्रैकर’ आदि सुविधाओं से लैस आधुनिक वाहन हैं, जो हर समय गुजरात के लोगों की सेवा में रहेंगे।
उन्होंने कहा, “प्रोजेक्ट 112’ देश की आंतरिक सुरक्षा, नागरिकों के अधिकारों, कानून-व्यवस्था और समय पर सभी प्रकार की सुरक्षा प्रदान करने के लिए नरेन्द्र मोदी का ‘विजन’ है। मुझे खुशी है कि आज (रविवार को) गुजरात ने ‘डायल 112’ परियोजना के मानचित्र पर अपनी जगह दर्ज करा ली है।”
शाह ने मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्ष में केंद्र सरकार ने दुनिया को यह बता दिया है कि देश की सेना और उसकी सीमाओं से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा, “एक समय था जब कांग्रेस शासनकाल के दौरान बम विस्फोट होते थे और केंद्र सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं होती थी। अगर राज्य सरकार कुछ करती थी तो ठीक था, वरना कुछ नहीं। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पाकिस्तान ने तीन बड़े हमले उरी, पुलवामा और पहलगाम करने की गलती की। और तीनों ही बार मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया।”
शाह ने कहा, “भारत ने पूरी दुनिया को एक कड़ा संदेश दिया है कि वह किसी भी हद तक जाकर अपने नागरिकों और देश के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकवादी घटनाओं की योजना बनाने वाले आकाओं को सबक सिखाया और ‘ऑपरेशन महादेव’ ने उन्हें अंजाम देने वाले तीन आतंकवादियों को मार गिराया।”
उन्होंने कहा कि 11 वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी ने जमीनी स्तर पर ‘आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी नहीं बरतने वाली नीति’ को लागू करने का काम किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “चाहे पूर्वोत्तर हो, कश्मीर हो या नक्सल प्रभावित क्षेत्र, भाजपा सरकार ने आतंकवादियों और सशस्त्र समूहों को सबक सिखाया। पूर्वोत्तर में 10,000 से ज्यादा लोगों ने आत्मसमर्पण किया और काठमांडू से तिरुपति तक ‘रेड कॉरिडोर’ का सपना देखने वाले नक्सली आज विलुप्त होने के कगार पर हैं।”
उन्होंने कहा, “आज गुजरात की धरती से मैं एक बार फिर विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि 31 मार्च, 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद का सफाया हो जाएगा। यही हमारी सरकार का संकल्प है।”
शाह ने कहा कि गुजरात देश के सबसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्यों में से एक है। उन्होंने कहा, “चाहे गुजरात का समुद्री तट हो या कच्छ और बनासकांठा जिलों की सीमा पिछली कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में देश की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े करने वाली घटनाएं हुईं। मोदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य सरकार ने गुजरात की सीमा को दुश्मन के लिए अभेद्य किला बना दिया।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में गुजरात सांप्रदायिक दंगों की सबसे ज्यादा घटनाओं वाला राज्य था और अहमदाबाद में एक बार तो 250 दिनों से ज्यादा समय तक कर्फ्यू लगा रहा था।
उन्होंने कहा, “आज मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि गुजरात पूरे देश में कानून-व्यवस्था के मामले में नंबर वन बन गया है। गुजरात इस बात का सबसे अच्छा उदाहरण है कि जब सुशासन से प्रेरित नेतृत्व सत्ता में आता है तो किस तरह का बदलाव आता है।”
शाह ने कहा कि भूपेंद्र पटेल और राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी की सरकार ने मोदी के काम को आगे बढ़ाया है तथा गुजरात ने सीमा सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद, मादक पदार्थों और साइबर अपराध पर नियंत्रण किया है।
भाषा जितेंद्र